गुरुकुल में छात्रों के फंसे होने की खबर सुनकर खुद को रोक नहीं पाए उदल सिंह

खुद खाद्य सामग्री लेकर पहुंचे और गुरुकुल संचालक को सौंपा मयंक कश्यप रोहनिया, वाराणासी। भिखारीपुर चितईपुर में रामाधीन दास गुरुकुल में 20 छात्रों के फंसे होने और खाने-पीने की समस्या को लेकर खबर जब भदवर गांव के ग्राम प्रधान पति उदय भान सिंह उदल तक पहुंची तो वे खुद को रोक नहीं पाये। बच्चों के लिए आवश्यक खाद्य सामग्री, तेल, साबुन, मसाले और बिस्कुट लेकर वे खुद संत रामाधीन दास गुरुकुल भिखारीपुर पहुंचे। उन्होंने वहां गुरुकुल संचालक मनोज कुमार ठाकुर को उक्त राहत सामग्री सौंप दी। इस दौरान उन्होंने गुरुकुल में पढ़ रहे बच्चों से बातचीत भी की बटुको को आश्वस्त करते हुए उदल सिंह ने उन तक शीघ्र और खाद्य सामग्री पहुंचाने की आश्वासन दिया। उदल सिंह ने कहा कि बाबा विश्वनाथ की कृपा है कि काशी में बिना खाए कोई नहीं रह पाता। बटुकों के सामने ऐसी समस्या नहीं आने दी जाएगी। बटुको ने उदल सिंह का संस्कृत के श्लोक का वाचन करके स्वागत किया। मालूम हो कि भिखारीपुर चितईपुर में संचालित हो रहे, रामाधीन दास गुरुकुल में लगभग 20 बच्चे जो बिहार प्रांत के विभिन्न जनपदों के हैं लाक डाउन के समय से फंसे हुए हैं। छात्र तो यही पर रह कर पढ़ाई करते हैं लेकिन लाक डाउन के चलते इनके घर से खाद्य सामग्री और लोगों द्वारा दी जाने वाली राहत सामग्री नहीं पहुंच पा रही है। गुरुकुल के संचालक मनोज ठाकुर बताते हैं कि वह संस्कृत अनुराग के चलते यह केंद्र संचालित करते हैं। जहां पर बच्चे काशी में रहकर विद्यार्जन करते हैं। पिछले दिनों आदेश के चलते खाद्य सामग्री खरीदने और विभिन्न लोगों से मिलने वाली सामग्री केंद्र तक लाने में दिक्कत हुई। जिससे गुरुकुल के बच्चों को भोजन की समस्या हो रही थी। मनोज ठाकुर ने भी उदल सिंह को धन्यवाद ज्ञापित किया। उदल सिंह के मदद के बाद पूरे गुरुकुल में प्रसन्नता देखी गई। वहीं दूसरी तरफ खंड विकास अधिकारी काशी विद्यापीठ ने भी जानकारी के बाद गांव के ग्राम प्रधान को सूचित किया। ग्राम विकास अधिकारी को भी मौके पर भेजकर बच्चों के लिए राहत सामग्री उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।

खुद खाद्य सामग्री लेकर पहुंचे और गुरुकुल संचालक को सौंपा

मयंक कश्यप
रोहनिया, वाराणासी। भिखारीपुर चितईपुर में रामाधीन दास गुरुकुल में 20 छात्रों के फंसे होने और खाने-पीने की समस्या को लेकर खबर जब भदवर गांव के ग्राम प्रधान पति उदय भान सिंह उदल तक पहुंची तो वे खुद को रोक नहीं पाये। बच्चों के लिए आवश्यक खाद्य सामग्री, तेल, साबुन, मसाले और बिस्कुट लेकर वे खुद संत रामाधीन दास गुरुकुल भिखारीपुर पहुंचे। उन्होंने वहां गुरुकुल संचालक मनोज कुमार ठाकुर को उक्त राहत सामग्री सौंप दी। इस दौरान उन्होंने गुरुकुल में पढ़ रहे बच्चों से बातचीत भी की बटुको को आश्वस्त करते हुए उदल सिंह ने उन तक शीघ्र और खाद्य सामग्री पहुंचाने की आश्वासन दिया।
उदल सिंह ने कहा कि बाबा विश्वनाथ की कृपा है कि काशी में बिना खाए कोई नहीं रह पाता। बटुकों के सामने ऐसी समस्या नहीं आने दी जाएगी। बटुको ने उदल सिंह का संस्कृत के श्लोक का वाचन करके स्वागत किया। मालूम हो कि भिखारीपुर चितईपुर में संचालित हो रहे, रामाधीन दास गुरुकुल में लगभग 20 बच्चे जो बिहार प्रांत के विभिन्न जनपदों के हैं लाक डाउन के समय से फंसे हुए हैं। छात्र तो यही पर रह कर पढ़ाई करते हैं लेकिन लाक डाउन के चलते इनके घर से खाद्य सामग्री और लोगों द्वारा दी जाने वाली राहत सामग्री नहीं पहुंच पा रही है।

गुरुकुल के संचालक मनोज ठाकुर बताते हैं कि वह संस्कृत अनुराग के चलते यह केंद्र संचालित करते हैं। जहां पर बच्चे काशी में रहकर विद्यार्जन करते हैं। पिछले दिनों आदेश के चलते खाद्य सामग्री खरीदने और विभिन्न लोगों से मिलने वाली सामग्री केंद्र तक लाने में दिक्कत हुई। जिससे गुरुकुल के बच्चों को भोजन की समस्या हो रही थी। मनोज ठाकुर ने भी उदल सिंह को धन्यवाद ज्ञापित किया। उदल सिंह के मदद के बाद पूरे गुरुकुल में प्रसन्नता देखी गई।
वहीं दूसरी तरफ खंड विकास अधिकारी काशी विद्यापीठ ने भी जानकारी के बाद गांव के ग्राम प्रधान को सूचित किया। ग्राम विकास अधिकारी को भी मौके पर भेजकर बच्चों के लिए राहत सामग्री उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।

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