अतुल राय, नवनीत यादव जलालपुर, जौनपुर। थाना क्षेत्र के सेहमलपुर गांव में बुधवार की देर रात 11 हज़ार वोल्ट की चपेट में आने से पंधारी यादव (30) पुत्र स्व. गोगई यादव की मौत हो गयी। प्राप्त जानकारी के अनुसार पंधारी यादव के ढाई साल एवं डेढ़ माह के दो पुत्र थे। जो शट डाउन लेकर लाइट फॉल्ट सुधारने के लिए पोल पर चढ़े उतने में किसी ने फिटर से लाइट लगा दी जिससे लाइन मैन की करंट से मौत हो गई। घटना के लगभग चार घण्टे बाद भी शव पोल पर ही लटका हुआ था। बिजली निगम और प्रशासन का कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा था।
आक्रोशित ग्रामीण डीएम को मौके पर बुलाने की मांग कर रहे थे। जलालपुर उपकेंद्र से जुड़े सेहमलपुर गांव में रात आठ बजे 11 हज़ार वोल्ट की लाइन में फॉल्ट हो गया। ग्रामीणों की सूचना पर दलपत पट्टी गांव निवासी प्राइवेट लाइनमैन पंधारी यादव फॉल्ट सुधारने मौके पर पहुँचे। ग्रामीणों के मुताबिक उपकेंद्र पर सूचना देकर आपूर्ति बंद कराई गई। रात करीब साढ़े नौ बजे शट डाउन लेकर पंधारी यादव पोल पर चढ़कर फाल्ट सुधारने लगा। इसी दौरान अचानक बिजली चालू कर दी गई।
हाईटेंशन करंट की चपेट में आने से पंधारी पोल पर ही चिपक गया। काफी देर तक उसका शव जलता रहा। आनन-फानन में ग्रामीणों ने दुबारा उपकेंद्र पर सूचना देकर बिजली बंद कराई, मगर तब तक पंधारी की मौत हो चुकी थी। उसका शव पोल के ऊपर ही तारों से चिपका रहा। सूचना पाकर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। सैकडों की तादाद में जुटे ग्रामीण बिजली निगम पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे।
सूचना पाकर जलालपुर के प्रभारी एसओ केके गुप्ता भी मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीण डीएम को मौके पर बुलाने की मांग कर रहे थे। उनका कहना था कि शट डाउन लेने के बाद भी बिजली चालू कर दी गई। उपकेंद्र के कर्मचारियों की लापरवाही से घटना हुई है।
दोषियों पर सख्त कार्रवाई करते हुए मृतक के परिजनों को मुआवजा दिया जाए, इसके बाद ही वह शव पुलिस को ले जाने देंगे। रात साढ़े 11 बजे तक शव पोल पर ही लटक रहा था। बिजली निगम और प्रशासन का कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा था।