वाह रे रसूख का डर! एक फोन आया और बाबा का बुल्डोजर वापस
मजिस्ट्रेट पर भारी पड़ा अतिक्रमण का रसूख, अज्ञात फोन से बात कराते ही तेवर पड़ा ठण्डा
मिल एरिया क्षेत्र के मलिकमऊ फ्लाईओवर के पास से अतिक्रमण हटाने पहुंची थी टीम
अनुभव शुक्ला
रायबरेली। लोगों ने कई जगह प्रशासन के पीले पंजों की गड़गड़ाहट के बगल में भू—माफियाओं व अतिक्रमणकारियों के परिजनों की सिसकियां भी सुनी होंगी परंतु उनके पास भी शायद इसी तरह का कोई असरदार व्यक्ति का फोन होता तो शायद पीला पंजे का सितम थम जाता। जी हां, यह कोई कहावत नहीं, बल्कि कड़वा सत्य है। जिले में इन दिनों सेटिंग गेटिंग और रसूख का डर जिले के अधिकारियों में किस तरह हावी है उसका जीता जागता उदाहरण ये पूरा प्रकरण है या फिर यूं कहें की सरकारी मशीनरी इन दिनों नेताओं और बड़े रसूख वालों के हांथ की कठपूतली बन चुका है। पूरे प्रदेश में जहां अवैध अतिक्रमण के खिलाफ बुलडोज़र का पंजा रोकने की किसी में ताकत नहीं वहीं रायबरेली में एक अज्ञात फोन ने इसे बैरंग वापस लौटा दिया। अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए भारी पुलिस बल, मजिस्ट्रेट बुलडोज़र के साथ मौके पर पहुंचे तो सब कुछ सामान्य था। अभी बुलडोज़र स्टार्ट होकर निर्देश का इंतज़ार ही कर रहा था तभी अवैध अतिक्रमणकारी में से एक व्यक्ति आगे बढ़ा और मजिस्ट्रेट को बात करने के लिए किसी अज्ञात व्यक्ति का फोन दिया। मजिस्ट्रेट ने उस अज्ञात व्यक्ति से बात की और बुलडोज़र बैरंग लौट गया। मामला मिल एरिया थाना इलाके के आईटीआई फ्लाइओवर का है। यहां फ्लाइओवर के नीचे सर्विस लेन पर मलिकमऊ और बालामऊ पर अवैध अतिक्रमण किया गया है। एनएचएआई ने इस इसी अतिक्रमण को हटाने के लिए जिला प्रशासन को चिट्ठी दी थी। ज़िला प्रशासन ने आज पुलिस और मजिस्ट्रेट की मौजूदगी इसे गिराने की पूरी तैयारी कर ली थी लेकिन तभी एक अज्ञात फोन से बुलडोज़र वापस लौट गया। दअरसल अतिक्रमण हटाने के बाद यहां मिल एरिया का कचरा बहाने के लिए ड्रेनेज बनाना है। हो कुछ भी परंतु यह पूरा मामला दिन भर क्षेत्र ही नहीं, बल्कि जिले में चर्चा का विषय बना रहा।
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