एसडीएम साहब! मऊ में गल्ला व्यवसायी का गोदाम पहले और कोटेदार का दुकान बाद में क्यों हुई सील?
एसडीएम साहब! मऊ में गल्ला व्यवसायी का गोदाम पहले और कोटेदार का दुकान बाद में क्यों हुई सील?
भ्रष्ट कोटेदार को दिया स्टाक पूरा करने का मौका
सरकारी दुकान को सील करने में एसडीएम को लगे 3 दिन
अनुभव शुक्ला
सलोन, रायबरेली। इन दिनों जिले की सलोन तहसील में एसडीएम साहब के रहमों करम से भ्रष्टाचारी जमकर मलाई काट रहे हैं। बताते चलें कि एक ऐसा भ्रष्ट कोटेदार जिसने सरकारी राशन की दुकान से 160 बोरी खाद्य एवं रसद विभाग की बोरी में भरे चावल को गल्ला व्यवसाई के हाथों बेच दिया। जिसकी शिकायत पर रायबरेली से अतिरिक्त मजिस्ट्रेट जीतलाल सैनी मौके पर आकर गल्ला व्यवसाई की दुकान को सील कर दिया था किंतु एसडीएम सलोन आसाराम की कार्यशैली पर सवाल वहां पर खड़ा हो जाता है जहां भ्रष्ट कोटेदार राशन की दुकान को सील करने में अपनी ही क्षेत्र में पहुंचने में लगभग 3 दिन का समय लग जाता है।
यदि सूत्रो की माने तो इसी लचर कार्यशैली का फायदा उठाकर भ्रष्ट कोटेदार ने अपनी राशन की दुकान में गुपचुप तरीके से स्टाक पूरा कर लेता है। बताते चलें कि यह पूरा मामला सलोन तहसील क्षेत्र के डीह ब्लाक स्थित मऊ ग्रामसभा का है जहां पर बीते दिनों रंगे हाथ जिम्मेदारों ने भ्रष्ट कोटेदार के सरकारी बोरी के साथ गल्ला व्यवसाई के यहां राशन पकड़ा था परंतु जिस तरह से उप जिलाधिकारी सलोन आसाराम ने भ्रष्ट कोटेदार को बरी करने की कोशिश कर रहे हैं। उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि झूठी आख्या लगाने में माहिर एसडीएम आसाराम बड़े से बड़े मामले पर पर्दा डालने के बाद इस भ्रष्ट कोटेदार के भी पाप धूल आरोपों से बरी कर देंगे। आखिर सलोन तहसील में कार्यरत एसडीएम आसाराम हमेशा आरोपियों के ही पक्ष में ही क्यों खड़े रहते हैं यह एक सबसे बड़ा अहम सवाल है ….?