सहज योग कार्यक्रम का आयोजन 20 जून को

सहज योग कार्यक्रम का आयोजन 20 जून को

लखनऊ। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की पूर्व संध्या पर सहज योग के आनलाइन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन लखनऊ के गोमती नगर में 20 जून दिन रविवार को प्रातः 4 बजे से आयोजित किया गया है। परमपूज्य माताजी निर्मला देवी ने कहा है कि प्रत्येक दिन हम यह देखते हैं कि बीज अंकुरित होता है, पुष्प खिलते हैं तब फल पकते हैं लेकिन हम लोगों ने यह कभी नहीं सोंचा कि यह कैसे होता है? यह परमात्मा के प्रेम की शक्ति है जो प्रकृति में फैली हुई है तथा वही यह कार्य कर करही है। इस प्रेम की शक्ति का अनुभव हम अपने शरीर के सूक्ष्म तंत्र पर कर सकते हैं जो कि कुण्डलिनी जागरण द्वारा सहजयोग में संभव है।

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सहजयोग एक जीवन्त क्रिया है जिसमें शरीर के अन्दर की शक्ति का योग प्रकृति में व्याप्त परमात्मा की प्रेम शक्ति से हो जाता है जिससे हमारे अन्दर परमात्मा की शक्ति चैतन्य के रूप में बहने लगती है और हम परमात्मा से जुड़ जाते हैं। परमात्मा से जुड़ जाने की इस महत्वपूर्ण घटना को ही आध्यात्म जगत में ‘योग’ कहा जाता है।

आज चिकित्सा विज्ञान भी यह मानता है कि ध्यान से कई प्रकार के रोगों को नियंत्रित रखा जा सकता है। सहजयोग में कुण्डलिनी शक्ति जैसे ही जागृत होती है, वो हमारे यूक्ष्म तंत्र में स्थित सभी नाड़ी तंत्रों और ऊर्जा केन्द्रों का पोषण करने लगती है, जिसके परिणाम स्वरूप हम अंदर से शांत होकर ध्यान की अवस्था में आ जाते हैं।

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सहजयोग में कुण्डलिनी जागृति के बाद नियमित ध्यान से हमारे दैनिक जीवन में तनाव, चिन्ता और क्रोध कम होने लगता है, चित्त एकाग्र होता है और स्मरण शक्ति का विकास होता है, स्वास्थ्य अच्छा तथा रोगों पर नियंत्रण होने लगता है,
पारिवारिक जीवन अच्छा होने लगता है, बच्चे पढ़ाई में अच्छे होने लगते हैं, आत्मविश्वास में वृद्धि होती है, धुम्रपान, मद्यपान, अनिद्रा, भय व नाकरात्मक विचारों से छुटकारा मिलता है, सामान्य जीवन जीते हुए हम आध्यात्मिक आनंद तथा उन्नति प्राप्त कर सकते हैं, सभी धर्मो के लोग सहजयोग से लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

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