मेरे सांसद बनने पर संसदीय क्षेत्र में बहेगी विकास की गंगाः मयंक
बेहतरीन शिक्षा के लिये विश्वविद्यालय की स्थापना का होगा प्रयास
रूपा गोयल
बांदा। बांदा-चित्रकूट संसदीय सीट से पूर्व विधायक स्व. पुरुषोत्तम नरेश द्विवेदी के पुत्र मयंक द्विवेदी चुनाव मैदान में है। यह संसदीय सीट पर सबसे युवा प्रत्याशी हैं। गुरुवार को मीडिया से मुखातिब होते हुए मयंक द्विवेदी ने कहा कि सांसद बनने के बाद सबसे पहले क्षेत्र का विकास कराना उनकी पहली प्राथमिकता होगी। संसदीय क्षेत्र में चुनाव के जीतने के बाद अभी तक के माननीय 5 साले जनता के बीच से गायब रहते थे।
जनता की कोई सुनवाई नहीं होती थी लेकिन अब वह चुनाव मैदान में यदि जनता का आर्शीवाद मिला तो पूरे 5 साल संसदीय क्षेत्र के विकास में लगा दूंगा।
उन्होंने बताया कि सांसद बनने के बाद सहसे पहले शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करेंगे। यहां पर शिक्षा की गुणवत्ता सही नहीं है। इसके लिए विश्वविद्यालय की स्थापना एवं अन्य तकनीकी कालेजों की स्थापना बसपा सरकार की तर्ज पर कराने का पूरा प्रयास किया जायेगा। वहीं जब उनसे पूछा गया कि बरगढ़ की ग्लास फैक्ट्री और बांदा की कताई मिल जो वर्षों से बंद पड़े हैं। इसके लिए वे क्या कार्य करेंगे। उन्होंने जवाब दिया कि सांसद बनने के बाद पूरा प्रयास किया जायेगा कि बरगढ़ की ग्लास फैक्ट्री और बांदा की कताई मिल को चालू कराया जाये। यह दोनों यदि शुरू हो गईं तो यहां से बेरोजगारों का पलायन निश्चित ही रूकेगा। इसके अलावा भी ऐसे प्रयास किये जायेंगे कि लोगों को रोजगार अपने जनपद में ही मिल सके। कहीं बाहर पलायन न करना पड़े। वहीं स्वास्थ्य व्यवस्था पर पूछे गये सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि बांदा का मेडिकल कालेज पूर्व वर्ती बसपा सरकार में ही बना था लेकिन इसके बाद की सरकारों इस ओर काई ध्यान नहीं दिया।
मेडिकल कालेज केवल रिफर सेंटर बनकर रह गया है। वे सांसद बनने के बाद मेडिकल व्यवस्था में अभूतपूर्व सुधार करवायंगे जिससे गंभीर मरीजांे को इलाज के बाद बाहर न जाना पड़े। उन्होंने आगे बताया कि उनको सभी जाति एवं समुदाय के साथ सभी युवाआंे का पूरी तरह से सहयोग मिल रहा है। जनता के परिवर्तन का मन बना लिया। यदि जनता का आर्शीवाद मिला तो वह इकतरफा चुनाव में फतह हासिल करेंगे।
आधुनिक तकनीक से करायें प्रचार, बिजनेस बढ़ाने पर करें विचार हमारे न्यूज पोर्टल पर करायें सस्ते दर पर प्रचार प्रसार।