अंकित सक्सेना
बदायूं। दातागंज से भाजपा विधायक राजीव सिंह के बड़े भाई विनय सिंह पर दातागंज नगर पालिका ईओ सुनील सरोज ने गंभीर आरोप लगाते हुए जान का खतरा बताया है। ईओ ने मुख्यमंत्री और डीएम से शिकायत करते हुए दातागंज से तबादला करने या फिर संबद्ध करने की मांग की है। दूसरी ओर विधायक के भाई ने ईओ पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। कहा कि इसी कारण उन पर निराधार आरोप लगाए गए हैं। दातागंज नगर पालिका ईओ सुनील सरोज ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डीएम दीपा रंजन को भेजे पत्रों में आरोप लगाया है कि 6 अप्रैल को एससी-एसटी आयोग के उपाध्यक्ष मिथलेश कुमार का दातागंज दौरा था। उपाध्यक्ष की बैठक के लिए उनको जिला पंचायत सभागार में साफ-सफाई कराने के निर्देश मिले थे। वह एसडीएम और तहसीलदार दातागंज के साथ व्यवस्थाओं में लगे थे।
इसी दौरान विनय सिंह ने उनसे फोन करके उपस्थित लोगों के बारे में जानकारी ली। इसके कुछ देर के बाद वह वहां पहुंच गए और निर्माण कार्यों को लेकर गाली-गलौज करने लगे, इससे उनको मानसिक प्रताड़ना हुई। ईओ का आरोप है कि पहले भी विनय सिंह डराने-धमकाने के साथ शासन प्रशासन के प्राथमिकता वाले कार्यों में बाधा पैदा करते रहे हैं। विधायक के भाई से उनकी जानमाल को खतरा बना हुआ है। भविष्य में अगर उनके साथ कोई दुर्घटना होती है तो विधायक के भाई इसके लिए पूरी तरह से जिम्मेदार होंगे। ईओ ने यह भी कहा है कि इन हालात में वह दातागंज नगर पालिका में रहकर कार्य करने में अक्षम हैं। ईओ ने दूसरे जनपद में तबादला करने की मांग की है। यह भी कहा है कि तबादला न होने तक उनको अन्य स्थान पर संबद्ध कर दिया जाय।
भ्रष्टाचार पर अंगुली उठायी तो लगा दिये आरोपः विनय
विधायक के भाई विनय सिंह ने ईओ दातागंज सुनील सरोज के आरोपों को पूरी तरह से निराधार बताया है। उनका कहना है कि दातागंज नगर पालिका में व्यापक स्तर पर भ्रष्टाचार है। अगर एक साल का खर्च ही देख लिया जाए तो भ्रष्टाचार की परतें खुल जाएंगी। नगर पालिका ने ऐसे कार्यों पर धन खर्च किया है जिनकी कोई जरूरत ही नहीं थी। दातागंज नगर का विकास थम सा गया है। कुटेशन के नाम पर फर्जीवाड़ा हुआ है। करीब 1 करोड़ का घपला है। शिष्टाचार व्यवस्था के नाम पर भी मोटा बजट खपाया गया है। निर्माण कार्यों में भी भ्रष्टाचार हुआ है। भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने का हक सभी को है। मैं पिछले कई दिन से खर्च के बारे में जानकारी मांग रहा था। ईओ से यह भी कहा कि अगर वह ऐसे जानकारी नहीं देंगे तो सूचना का अधिकार अधिनियम (आरटीआई) के तहत जानकारी मांगने को मजबूर होना पड़ेगा। खुद के भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने के लिए ही ईओ ने निराधार आरोप लगाए हैं। इस बाबत पूछे जाने पर जिलाधिकारी दीपा रंजन ने बताया कि दातागंज ईओ की ओर से शिकायत मिली है। मामले को गंभीरता से लेते हुए पूरे प्रकरण में जांच एडीएम प्रशासन को सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
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