बेमौसम बारिस एवं ओलावृष्टि से फसलें हुईं बर्बाद
बेमौसम बारिस एवं ओलावृष्टि से फसलें हुईं बर्बाद
रो-रो करके मदद मांग रहे किसान
रूपा गोयल
बबेरू, बांदा। बेमौसम भारी बारिस और ओलावृष्टि से किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। जमकर हुई ओलावृष्टि से सरसों चना मटर गेंहूँ की फसल पूरी तरह नष्ट हो गयी है। ओलावृष्टि ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। किसान मौसम की मार से पूरी तरह तबाह हो गया है। 20 फरवरी की शाम हुई भारी ओलावृष्टि व बारिस से कमासिन क्षेत्र के मुसीवां गांव सहित आस—पास के सौहारा पुरवा, दतिनिहा पुरवा, अमिलहा, बढईया पुरवा में भभुवा, पिंडारन, मर्का, निभोर, काजी टोला, औगासी, सहित दर्जनों गांव के किसानों की फसल पूरी तरह नष्ट हो गयी है। पत्थर की मार से खेतों में खडी फसल के टुकड़े—टुकड़े हो गये।
किसानों ने रोते हुए कहा कि हमारी फसल पूरी तरह नष्ट हो जाने से हम भुखमरी की कगार पर पहुंच गये। वहीं सूचना पर पहुंचे राजस्वकर्मी द्वारा खेतों में घूम—घूम कर फसलों के हुए नुकसान का निरीक्षण किया गया। हल्का लेखपाल संदीप कुमार कैमरे पर यह कहते हुए बोलने से मना कर दिया कि इस मामले में उच्चाधिकारी ही बतायेंगे लेकिन नुकसान काफी हुआ है। इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को दे दी जायेगी। इसके बाद जो भी होगा, मुआवजा दिया जायेगा। इसी दौरान वहीं खेत पर मौजूद किसान जगजीत जैसे ही अपने खेत पर पहुंचा तो गेहूं की नष्ट हुई फसल देखकर दहाड़ मारकर रोते हुए बेसुध होकर गिर पड़ा। वहीं मौजूद लोगों ने उसको उठाकर ढांढस बंधाया। उसने कहा कि आगे उसकी बेटी की शादी है। किसानी ही मेरा एक सहारा था। वह भी बर्बाद हो गयी।
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