सावधान! सड़क पर सम्भलकर चलें, कहीं बिजली के सड़े पोल न गिर जाय
खबर के बाद भी नहीं जागा विभाग, सड़े पोल पर हो रही आपूर्ति
जयशंकर दूबे/राजीव शुक्ल
धम्मौर, सुल्तानपुर। स्थानीय बाजार में सड़क पर निकलना मतलब जान हथेली पर रखकर घूमना। हर पल सिर पर मौत मडराती रहती है लेकिन हुक्मरानों को हादसों का इंतजार है। हर महीने सुविधाओं के नाम पर लाखों रुपए खर्च करने का दावा किया जाता है लेकिन हकीकत दावों को खोखला साबित कर रहा है।
बताते चलें कि बीते 13 जनवरी को तेजस टुडे ने इस खबर को प्रमुखता से स्थान दिया था जिसके बाद भी विद्युत विभाग कुंभकरणी नींद से नहीं जाग पाया। विभाग का कोई भी अधिकारी आज तक बाजार में पहुंचकर जर्जर पोलों से हो रही सप्लाई का जायजा तक नहीं लिया। जानकारी के अनुसार बाजार कस्बे में विद्युत विभाग की लापरवाही कभी भी राहगीरों पर भारी पड़ सकती है। थाना गेट से लेकर बाजार कस्बे तक हाइवे के किनारे लगे दर्जनों जर्जर पोल सिर्फ तारोंध्केबलों के सहारे खड़े हुए हैं। बाजार कस्बे में सड़क के किनारे पर लगे लोहे के विद्युत पोल नीचे से पूरी तरह से जंग खा कर झड़ चुका है जो हर समय खतरे की घंटी बजा रहा है। ऐसा भी नहीं है कि पोल की इस हालत से विद्युत विभाग के अधिकारी अनजान है किंतु विभागीय लापरवाही के चलते इन्हें इसी हालत में छोड़ दिया गया है।
धम्मौर कस्बे का यह भीड़ भाड़, बाजार व हाइवे होने के कारण गाड़ियों व लोगों का आना जाना लगा रहता है। ऐसे में सड़े हुए खंभे की वजह से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। बाजार कस्बे में रोड के किनारे लगे हुए लोहे के खंभे या तो जंग के कारण सड़ चुके हैं या कमजोर हो चुके हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि पोलों की देखरेख के अभाव में जर्जर विद्युत पोल हादसे को निमंत्रण दे रहे हैं। थाना गेट के निकट फोन केबल के सहारे लटका हुआ है तथा बाजार मोड़ पर तो कई महीनों से सड़ा हुआ विद्युत पोल झुक गया है जो किसी भी समय राहगीरों के लिए बड़े हादसे का कारण बन सकता है। हालत यह है कि वर्तमान में भारी भरकम पोल केबल तार के सहारे ही लटका हुआ है। बाजारवासियों की मानें तो इस संबंध में कई बार विभाग के जेई को अवगत कराया गया परंतु उन्होंने हर बार आश्वासन देकर टाल दिया। ऐसे में सवाल यह है कि विद्युत विभाग क्या किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है?
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