सलोन तहसील के भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ अधिवक्ताओं ने छेड़ा मोर्चा, जमकर की नारेबाजी
जनता व अधिवक्ताओं की समस्याओं को अनदेखा करने को लेकर भेजा गया ज्ञापन अनुभव शुक्ला सलोन, रायबरेली। जिले की सलोन तहसील में भ्रष्टाचार के साम्राज्य से अधिवक्ताओं ने जंग छेड़ दी है। तेजस टूडे हिंदी दैनिक अखबार में सलोन तहसील के अधिकारियों की भ्रष्ट कार्यशैली की खबरें लगातार आप लोग पढ़ रहे होंगे। किंतु सलोन तहसील के अधिकारियों की भ्रष्ट कार्यशैली से जनता व शिकायतकर्ता ही नहीं बल्कि अधिवक्ता भी पीड़ित हो चुके हैं जिसको लेकर बुधवार को सलोन तहसील परिसर में अधिवक्ताओं ने जमकर नारेबाजी की जिससे तहसील के भ्रष्ट कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। बार एसोसिएशन संघ अध्यक्ष लालता प्रसाद यादव ने कहा कि सलोन तहसील में कई फाइलें न्यायालय में अविवादित पत्रावलियां कई वर्षों से लंबित है जिसमें साक्ष्य भी पूरे हो गए हैं किंतु अधिकारियों को समय नहीं है कि पत्रावालियों का आदेश अंकन कर सके। वही सलोन तहसील के वरिष्ठ अधिवक्ता गिरजेश मिश्रा ने बताया कि सलोन तहसील में प्रत्येक न्यायालय में पेशकारों ने अपनी सुविधानुसार बाहरी व्यक्तियों को रख रखा है जिसके द्वारा अधिकारियों से धन वसूली कराई जाती है।
अधिकारियों को पत्रावली के अवलोकन हेतु सुविधा नहीं दी जाती हैं। इसी तरह से कई अधिवक्ताओं ने बताया कि सलोन तहसील के सभी राजस्व अधिकारी नायब तहसीलदार गौरव कुमार, तहसीलदार रिचा सिंह व एसडीएम राजेंद्र शुक्ला जनता की समस्याओं को सुनने के समय अपने कार्यालय में बैठकर तहसील के रजिस्टर कार्यालय में सामूहिक रूप से बैठकर वार्ता करते रहते हैं। ऐसी स्थिति में पीड़ित जनता को न्याय पर मिल पाना मील का पत्थर साबित हो रहा है। इसी प्रकार के 9 बिंदुओं का ज्ञापन अधिवक्ताओं ने जिलाधिकारी रायबरेली को प्रेषित कर भ्रष्ट अधिकारियों की कार्यशैली को देखते हुए तत्काल कार्यवाही की मांग की है। अब देखना यह है कि भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबी सलोन तहसील के अधिकारियों की कार्यशैली में सुधार होती है या फिर कुंभकरण की नींद में सोते ही रहेंगे। सलोन तहसील के जिम्मेदारों पर सबसे बड़ा सवाल बना हुआ है।
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