स्कूली बच्चों, राहगीरों को मुंह तथा नाक बंद कर गुजरना बनी मजबूरी
राजेश श्रीवास्तव
अयोध्या। शहर का कूड़ा गांवों में नगर निगम की तरफ से फेंका जा रहा है। खुले में पड़े इस कूडें के ढेर से दुर्गंध फैलने के साथ आसपास के चौराहों और गांवों में मच्छर-मख्खियोंं का प्रकोप हो गया है। प्राथमिक तथा पूर्व माध्यमिक विद्यालय अंकवार से चंद कदम की दूरी पर खुले में पडे सैकड़ों गाडी कूड़े से बच्चों में गंभीर संक्रामक बीमारियों के फैलने की आशंका बनी हुई है। इसको लेकर लोगो में नाराजगी व्याप्त है।
शहर में प्रतिदिन निकलने वाला हजारों टन कूडा को महीनों से नगर निगम की तरफ से विकास खंड पूराबाजार के कोड़री चौराहे के पास स्थिति एक प्लाट में खपाया जा रहा था। कुछ दिन पूर्व हुई तेज बरसात से खेत में पाली भर जाने से कुड़ा पानी में सड़कर उतराता हुआ बजबजा रहा है। इस बीच नगर निगम की गाडियां कूड़े को इसी क्षेत्र के अंकवारा प्राथमिक विद्यालय के पास जूृरतगंज-गंगौली मार्ग के किनारे डंप कर दिया गया। अब इन जगहों पर रहने वाली जनता तथा रास्ते गुजरने वाले राहगीरों को बीमारियों का डर सताने लगा है। यह हाल ऐसे समय पर देखने को मिल रहा है जब डेंगू और मलेरिया के बुखार जिले में कहर बरपा रही है। उसके बाद भी प्रशासन का एक भी जिम्मेदार इसपर ध्यान देने को तैयार नहीं है।
डीएम से हुई शिकायत
महेशपुर गांव निवासी अधिवक्ता अजय वर्मा ने गंदगी से फल रही बदबू को देखते हुए जिलाधिकारी नितीश कुमार को प्रार्थना पत्र देकर इसके निस्तारण की मांग किया है। उन्होंने कहा है कि पानी और कचडों के बीच डूब कर जानवर भी अपनी जान गंवा चुके हैं जिससे फैली दुर्गंध और मच्छरों से लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर है।
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