मटका में जर्जर साधन सहकारी समिति अपनी बदहाली का बहा रहा आंशू
मटका में जर्जर साधन सहकारी समिति अपनी बदहाली का बहा रहा आंशू
जिम्मेदार हादसे का कर रहे इंतजार
अनुभव शुक्ला
सलोन रायबरेली। सरकार भले ही सरकारी इमारतों दुरुस्त करवाने के लिए करोड़ों रुपए का बजट खर्च करती हो किंतु अगर बात करें जरूरतमंद सरकारी भवनों की तो जरूरतमंद सरकारी भवन आज भी अपनी बदहाली का आंसू बहा रहे हैं। ताजा मामला सलोन तहसील क्षेत्र के मटका गांव से निकलकर सामने आया है। जहां पर साधन सहकारी समिति कई दशकों से मौजूद है जो कि इस कदर जर्जर हो चुका है कि बरसात होने पर छतों से पानी का रिसाव तो होता ही है और साथ ही अंदर रखी यूरिया व डीएपी सहित अन्य सामान भी बरसात के पानी से नम हो जाते हैं।
यदि ग्रामीणों की माने तो सचिव किसी तरह साधन सहकारी समिति के बनने के इंतजार में एक . एक दिन जरूर काट रहे हैं किंतु सवाल यह उठता है कि क्या जिम्मेदार किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहे हैंघ् क्योंकि साधन सहकारी समिति में साल के 12 महीना लगातार किसानों के खाद व बीज के लिए आना जाना लगा रहता है। यदि इस पर जिम्मेदारों ने ध्यान नहीं दिया तो कभी भी हादसा व नुकसान हो सकता है। अब देखना यह है कि आखिर जिले के जिम्मेदार अपनी कुंभकरण की नींद से कब जागेंगे और साधन सहकारी समिति को कब अपना नया भवन मुनासिब होगा यह तो आने वाला समय ही बताएगा।
जीर्णोद्धार के लिए कार्ययोजना में भी डाला गया है नाम% सचिव
वहीa इस बाबत साधन सहकारी समिति के सचिव उमाशंकर पांडेय ने बताया कि गोदाम की इस दुर्दशा को देखकर पत्राचार करने के साथ.साथ कार्य योजना में भी नाम डलवाया गया किंतु अब तक साधन सहकारी समिति की इस दुर्दशा पर किसी ने ध्यान देना मुनासिब नहीं समझा हैं।