सवर्ण संगठन ने 8 अगस्त को मनाया काला दिवस
सवर्ण संगठन ने 8 अगस्त को मनाया काला दिवस
सवर्ण आयोग के गठन की मांग को लेकर राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को भेजा ज्ञापन
रविन्द्र कुमार
फिरोजाबाद। भारतीय सवर्ण संगठन के पदाधिकारियों ने 8 अगस्त यानी सोमवार को काला दिवस के रूप में मनाया। उन्होंने 3 सूत्रीय मांगों को लेकर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने हाथों में तिरंगा लेकर आजादी का जश्न मनाने के लिए लोगों से अपील किया। जिला मुख्यालय पहुंचे पदाधिकारी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष कौशल किशोर उपाध्याय ने डिप्टी कलेक्टर राजेंद्र कुमार एवं नवनीत गोयल को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उन्होंने लिखा कि 7 अगस्त 1990 को तत्कालीन प्रधानमंत्री वीपी सिंह जातिवाद कानून बनाया था।
इसका विरोध करते हुए आठ अगस्त को 386 सवर्ण समाज के युवा वीरगति को प्राप्त हुए थे, इसलिए सवर्ण संगठन इस दिन को काला दिवस के रूप में मना रहा है। 8 अगस्त सवर्ण समाज के लिए भारतीय इतिहास के लिए काला अध्याय है। वर्तमान में सवर्ण वर्ग के साथ शिक्षा, रोजगार, राजनीति, में भेदभाव हो रहा है। सवर्ण वर्ग को सुनियोजित तरीके से बेरोजगार और असहाय बनाने की कूटरचना की जा रही है। सामाजिक न्याय की आढ़ में सवर्णो के साथ भेदभाव व अन्याय हो रहा है जिससे सवर्ण समाज में रोष व्याप्त है। सवर्ण समाज के हितों की रक्षा के लिए अन्य वर्गो की भांति सवर्ण आयोग का गठन किया जाए। सवर्ण समाज के साथ हो रहे जातीय भेदभाव और उत्पीड़न को रोका जा सके। जातिवादी आरक्षण व्यवस्था को समाप्त कर एससी/एसटी एक्ट को समाप्त किया जाए, सवर्ण आयोग का गठन किया जाए और एक देश एक कानून को लागू किया जाए। उन्होंने कहा कि जब तक सवर्ण आयोग का गठन नहीं होगा तब तक हर वर्ष काला दिवस के रूप में मनाया जायेगा। इस दौरान संगठन के पदाधिकारियों ने हाथों में तिरंगा लेकर आजादी का जश्न मनाने की लोगों से अपील किया।