अब चुनाव से क्या डरना, मतदान एक दिन करना है।
अब चुनाव से क्या डरना, मतदान एक दिन करना है।
अब चुनाव से क्या डरना, मतदान एक दिन करना है,
पोल खुलेगी सरकारों की राज किसी को करना है।
जादू, मंत्रर, टोना, टोटका की बहुत तबीजें बनवायी,
जीत न जाए और धुरंधर अपनी ही पहचान बनायी।
कमी रह गई जो शासन में 5 साल की खोली पोल,
सही सियासत जो करते हैं, उनकी भी तूं जय-जय बोल
स्वच्छ आईना छवी दिखाता भाता सबको सच्चा रुप
कुछ ही दिनों की बात है यारों कौन बनेगा देश का भूप
गलत राह कि करो वकालत जो भी सब पर भारी है
राजनीति मतदान बताती अब उसकी तैयारी है
आटा, चावल, दाल दिलाकर राजनीति में मिश्री घोले
अन्नदाता कि झलक दिखाकर खुद की ही जय बोले
रोजगार का समाधान क्या ढूंढ रही अपनी सरकार
राजनीति की एबीसीडी पढ़कर भी दिखती लाचार।
अब चुनाव का दौर आ रहा पूछ रहे पानी का हाल
बेबस लाचारी में सब ने बोला है सब अच्छा हाल
देश प्रदेश विकास के पथ पर ऐसा ही सब बोल रहे हैं
चुपके चुपके धीरे-धीरे मेंढक भी मुंह खोल रहे हैं।।
शहर शहर और गांव-गांव में नल द्वारा पानी भी आए
जल जीवन मिशन भी अब जीवन को खुशहाल बनाए
पानी की टंकी को देखें उस पर मातम कौन मनाए
रस्ते रोड सड़क की हालत लाचारी बेबस में गाए।
आम आदमी कुछ ना बोले जुबां पर सबके है ताला
नहीं चाहिए रुपया पैसा फिर भी देता दिल वाला
अरमानों के टूटे सपने राजनीति से सिला जा रहा
अपराधी पीड़ित से मिलकर मरहम भी दिया जा रहा
शासन में सब ठीक हो रहा राजनीति यह कहती है।
नहीं विरोधी मुखर हो रहे जनता ही दुख सहती है
जाति धर्म मजहब से उठकर राजनीति की पारी खेले
जिसने सीखा जीकर जीना मनमानी में करते खेले
कुशल प्रवक्ता बन बैठे सब चलने वाली गाड़ी की
नमक खा रहे हैं इस जीवन में लाज बचेगी साड़ी की
खिला करें चेहरा अब प्रतिदिन आने वाले साल में
आगे की सोच बढ़ाकर करो मतदान हर हाल में
शासन की बुनियाद देखकर एक नाव पर चढ़ना है।
घर परिवार समाज देखकर शासन को कुछ गढ़ना है
खुशहाल परिंदे को खुशहाल बना कर रखना
चेहरे पर दिखे मातम उसे अपना हमेशा कहना।
देवी प्रसाद शर्मा
जनपद—आजमगढ़आधुनिक तकनीक से करायें प्रचार, बिजनेस बढ़ाने पर करें विचार
हमारे न्यूज पोर्टल पर करायें सस्ते दर पर प्रचार प्रसार।