जितेंद्र चौधरी
वाराणसी। महिलाओं में बढ़ते सर्वाइकल कैंसर के मामले को देखते हुए आज डीडी इंडिया वाराणसी में बी होप टू स्टॉप सर्वाइकल कैंसर जागरूकता अभियान की शुरुआत की है। विभिन्न शहरों में आयोजित होने वाले अभियान का उद्देश्य सर्वाइकल कैंसर का शीघ्र पता लगाने और सटीक जांच के महत्व पर जागरूकता फैलाना है भारत में हर वर्ष एक लाख से अधिक महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर का पता चलता है और लगभग 67000 महिलाएं इस रोग के कारण काल का ग्रास बन जाती हैं।
यह 15 से 44 वर्ष की आयु की महिलाओं में पाया जाता है यह दूसरा सबसे आम कैंसर है। डॉक्टर आरती दिव्या कंसलटेंट गायनोलजकल ऑंकोलॉजी वात्सल्य हॉस्पिटल वाराणसी ने कहा हम बीडी इंडिया केवी होप टू स्टॉप सर्वाइकल कैंसर अभियान का समर्थन करते हैं, क्योंकि इस समय लोगों को सर्वाइकल कैंसर पर जागरूक करने की बड़ी जरूरत है, संपूर्ण और सही समय पर जांच सर्वाइकल कैंसर के उपचार का पहला कदम है।
हालिया वर्षों में इस कैंसर की जांच में प्रगति हुई है और लिक्विड बेस्ट साइटोलॉजी जैसी प्रौद्योगिकियों सर्वाइकल कैंसर की जांच में सटीकता लाती है। मुख्य अतिथि बी डी इंडिया साउथ एशिया के प्रबंध निदेशक पवन मोचेरलाने ने कहा हम जानते हैं कि सर्वाइकल कैंसर का जल्दी पता लगने से महिलाएं इस पर विजय प्राप्त कर सकती हैं और मैं मानता हूं कि यह अभियान भारत की महिलाओं के स्वास्थ्य की मानक देखभाल के लिए हमारी प्रतिबद्धता है। यह जानकारी डॉक्टर आरती दिव्या ने तेजस टूडे के पत्रकार से वार्ता के दौरान दी।
इस रोक के आंकड़ों को देखते हुए विशेषज्ञ एल बी सी परीक्षण से जांच पर जोर देते हुए क्योंकि यह सर्वाइकल कैंसर कैंसर से पूर्व के आघात व सामान्य कोशिकाओं और अन्य सभी साइटोलॉजिक श्रेणियां की जांच और पता लगाने का सबसे सटीक तरीका है।