न्याय की जगह बल्दीराय पुलिस ने पीड़िता को दीं गालियां
न्याय की जगह बल्दीराय पुलिस ने पीड़िता को दीं गालियां
मुख्यमंत्री व पुलिस अधीक्षक से लगायी न्याय की गुहार
बल्दीराय पुलिस बनी चोरों व अपराधियों की संरक्षणगाह
जयशंकर दूबे/धर्मेन्द्र सिंह
बल्दीराय, सुल्तानपुर। बकरी चोरी की तहरीर देना पीड़िता को उस वक्त महंगा पड़ गया जब वह चोरों के खिलाफ तहरीर देने बल्दीराय थाने पहुंच गयी। उसे क्या पता था कि थाने में पहले से ही चोरों की प्रभावशाली पैरवी से अश्लील व अमर्यादित गालियों के साथ अपमानित कर भगा दिया जाएगा।
न्याय व दोषियों पर उचित कार्यवाई के लिए पीड़िता ने मुख्यमंत्री व सुल्तानपुर पुलिस कप्तान तथा महिला आयोग से गुहार लगाई है। मामला बल्दीराय थानांतर्गत देहली बाजार निवासिनी कुसुम वर्मा से जुड़ा है जो अति निर्धन एवं बूढ़ी विधवा मां के साथ झोपड़ी में निवास करती है। सरकारी सुविधाओं से वंचित पीड़िता बकरी पालकर किसी तरह जीविकोपार्जन कर रही है। गरीबी में दबंग चोरों का कहर लगभग एक वर्ष से इस परिवार पर जारी है। बाइक सवार दो लोग दिन में ही आते हैं और देखते ही देखते बकरी पकड़कर बाइक पर लादकर फुर्र हो जाते हैं। पीड़िता हर बार थाना पुलिस को फोन व लिखित सूचना देती है किंतु नतीजा ढाक के तीन पात ही रहे है। तहरीर के मुताबिक बीते 3 मई को भी दोपहर करीब 12 बजे एक बाइक पर दो सवार आये और बकरी को बाइक पर लाद ही रहे थे कि देखते ही कुसुम वर्मा चोरों से भिड़ गई व गुहार लगाई जिस पर आसपास के लोग भी आये और रंगेहाथ दोनों चोरों को पकड़कर थाना पुलिस को सौंपने के बाद पीड़िता ने लिखित तहरीर देकर उचित कार्यवाई की मांग की।
थाना पुलिस ने दूसरे दिन पीड़िता को थाने पर बुलाया। दूसरे दिन थाने पर जब पीड़िता पहुंची तो वहां थाने के दीवान यादव (नाम नहीं जानती है देखने पर पहचान लेगी) चोरों का पक्ष लेते हुए कुसुम वर्मा को अश्लील, अमर्यादित, आपत्तिजनक, महिला सम्मान को ठेस पहुंचाने वाली भद्दी भद्दी गालियों से नवाजते हुए चोरों के सामने ही जलील किया और चोरों से कहा कि जेल ही जाना है तो बकरी चोरी नहीं। इसे मारपीट कर आओ तो जेल जाओ और चोरों को छोड़ दिया। पीड़िता के अनुसार मनोज वर्मा नामक व्यक्ति जो देहली बाजार के पास ही मांसाहारी ढाबा चलाता था, उसका भी चोरों से गहरा संबंध है। मनोज वर्मा व चोरों का दीवान से अच्छा सम्बन्ध है जिसके पैरवी से दबी पुलिस ने चोरों को भगा दिया। ऐसे में यह बड़ा सवाल है कि बल्दीराय पुलिस पीड़ितों को पक्ष व न्याय के बजाय चोरों व अपराधियों को बल तथा संरक्षण क्यों दे रही हैं। फिर जहां योगी सरकार महिला सुरक्षा और सुदृढ़ीकरण के लिए सतत प्रयास में है तो वहीं बल्दीराय थाने में ही एक गरीब महिला को न्याय के एवज में अमर्यादित व लज्जा को शर्मशार करने वाली गालियों से नवाजा जाता है। थाना में सुनवाई न होने पर कुसुम वर्मा पुत्री रामसुमेर वर्मा निवासी देहली बाजार ने चोरों व थाना पुलिस से जानमाल तथा परिवार को किसी भी साजिश के शिकार की आशंका जताई है। मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन व महिला आयोग एवं पुलिस कप्तान सुल्तानपुर से न्याय व दोषियों पर कार्यवायी मुकदमा की मांग की है।
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