परिजनों का आरोपः पढ़ने वाले बच्चों से करवायी जा रही मजदूरी
मुकेश तिवारी
झांसी। पढ़ने के नाम पर छात्रावास में आदिवासी विद्यार्थियों केे साथ बंदियों जैसा सलूक हो रहा है। उन्हें भरपेट भोजन तो दूर की बात, ऊपर से मजदूरों की तरह काम कराया जाता है और मारपीट की जाती है। यह आरोप वनवासी छात्रावास सारमऊ झाँसी के बच्चों व उनके परिजनों ने लगाए हैं। जिलाधिकारी व एसएसपी को दिए प्रार्थना पत्र में बच्चों के अभिभावकों ने बताया कि वह लोग चिरगाँव ब्लाक के ग्राम नरी के आदिवासी हैं।
उनके बच्चे रक्सा थाना क्षेत्र के ग्राम सारमऊ स्थित वनवासी छात्रावास में पढ़ते हैं। बच्चों को खाने में सिर्फ चावल दिए जाते हैं, उन्हें कड़कड़ाती ठंड में सुबह से मैदान में सफाई कार्य मे लगा दिया जाता है। जो बच्चे काम नहीं कर पाते उनकी मारपीट छात्रावास संचालक द्वारा की जाती है। बच्चों को धमकी दी जाती है कि अगर घर पर कुछ बताया तो ठीक नहीं होगा। मारपीट से कई बच्चों की हालत भी खराब हो चुकी है। परिजनों ने बच्चों के साथ हो रहे अत्याचार व शोषण के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है। शिकायत करने वालों में सुखलाल, रामकुमारी, मीना, मन्नो, मालती, आरती, रामरती आदि अभिभावक शामिल रहे।