गंगा दशहरा पर भक्तों ने वरुणा में लगायी डुबकी, मन्दिर में किया दर्शन—पूजन
लड़कियों ने गुड्डे-गुड़िया का किया विसर्जन
जितेन्द्र सिंह चौधरी/अतुल राय
रामेश्वर, वाराणसी। गंगा दशहरा ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन ही गंगा का धरती पर भगीरथ के प्रयास से अवतरण हुआ था। जो मानव सहित प्राकृतिक और जीव-जंतुओं के लिए जीवनदायिनी बनकर धरती को पवित्र किया तभी से इस तिथि को गंगा दशहरा पर्व के रूप में मनाने की परम्परा शुरू हुई। आज वरुणा घाट रामेश्वर में भक्तो की भीड़ स्नान करने के लिए सुबह से लगी रही।
क्षेत्र के बरेमा, हरिहरपुर, भटौली, खेवली, पेडुका चक्का, कोईरीपुर, रसूलपुर सहित अन्य गांव के भक्त वरुणा नदी में स्नान ध्यान कर भगवान रामेश्वर महादेव की पूजा अर्चना किया। वहीं लड़कियों ने गुड्डे-गुड़िया का भी विसर्जन किया। शीतला प्रसाद तिवारी, पुजारी रामेश्वर आचार्य अन्नू तिवारी ने बताया कि भक्तों आज के दिन मां गंगा का व्रत, गंगा स्नान और गंगा का विधिपूर्वक पूजन करने, दान करने से उपासक को शारीरिक, वाचिक और मानसिक पापों से मुक्ति मिल जाती है।
लोग गंगा मैया से सुख-समृद्धि का मांगकर स्थापित देवालयों में सिर टेककर मंगल की कामना भक्तगण करते हैं। इस वर्ष वरूणा नदी में जल होने के कारण भक्तों की भीड़ स्न्नान के लिए उमड़ी। सुरक्षा के लिए रामेश्वर चौकी की पुलिस तैनात रही।
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