झारखण्ड विस की सीढ़ियों पर भाजपा विधायकों ने डमी सदन की आयोजित
झारखण्ड विस की सीढ़ियों पर भाजपा विधायकों ने डमी सदन की आयोजित
निलम्बित विधायक भानु प्रताप शाही बने स्पीकर
नीरज कुमार
रांची (झारखण्ड)। झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र से निलंबित भाजपा विधायकों ने बुधवार को विधानसभा परिसर के पोर्टिको को ही डमी सदन बना लिया। डमी सदन की कार्यवाही के लिए भाजपा के निलंबित विधायक भानु प्रताप शाही को अध्यक्ष चुना गया। इस दौरान प्रश्न भी पूछे गया। दरअसल सदन की कार्यवाही को प्रभावित करने के आरोप में चार बीजेपी विधायक जय प्रकाश भाई पटेल, रणधीर सिंह, भानु प्रताप शाही और ढुल्लू महतो को 4 अगस्त तक के लिए निलंबित कर दिया गया था। निलंबित होने के 24 घंटे के बाद उन भाजपा विधायकों ने विधानसभा कैंपस के पोर्टिको को ही सदन बना लिया।
निलंबित विधायक जय प्रकाश भाई पटेल की तबीयत खराब होने की वजह से वे इसमें शामिल नहीं हो सके। निलंबित विधायकों का कहना है कि हमारा कसूर क्या भ्रष्टाचार और अकाल पर बोलना है? बाद में इनके समर्थन में कुछ और विधायक आ गए। सभी ने विधासभा की सीढ़ियों पर बैठकर सरकार विरोधी नारेबाजी करने लगे।
भानु प्रताप शाही ने पढ़ा अध्यक्षीय भाषण
विधानसभा कैंपस में आयोजित डमी सदन की कार्यवाही ठीक उसी तरीके से की गयी जिस तरह से सदन की कार्यवाही अध्यक्षीय भाषण के साथ शुरू होती है। निलंबित भवनाथपुर के बीजेपी विधायक भानु प्रताप शाही ने विस्तार से अध्यक्षीय भाषण को पढ़ा और इसके ऊपर विधायकों ने एक-एक कर ठीक उसी तरह से चर्चा की जैसा आम तौर पर विधानसभा के अंदर होता है।
‘प्रश्नकाल’ की तरह पूछे गये सवाल
सारठ से भाजपा विधायक रणधीर सिंह, धनबाद के राज सिन्हा और अन्य विधायकों ने अपने सवाल भी पूछे। वहीं भानु प्रताप शाही स्पीकर की भूमिका निभाते नजर आए। पोर्टिको में कुर्सी लगाकर भानु प्रताप शाही को बिठाया गया और अन्य बीजेपी विधायक उनके सामने सीढ़ी पर बैठ गए। उसके बाद बारी-बारी से विधानसभा के ‘प्रश्नकाल’ की तरह अपने सवाल पूछने लगे। हाथों में ‘मेरा क्या कसूर भ्रष्टाचार और अकाल पर बोलना’ जैसे स्लोगन लिखे तख्ती लिए विधायकों ने इस दौरान अपनी बात रखी।
सड़क से संसद तक जारी रहेगी लड़ाई
भानु प्रताप शाही ने कहा कि हमारी लड़ाई सड़क से लेकर सदन तक जारी रहेगी। साथ ही इन विधायकों ने अध्यक्ष के निर्णय पर भी सवाल खड़ा किया और कहा कि वे सरकार के इशारे इस कृत्य को किया है। पूर्व कृषि मंत्री रणधीर सिंह ने कहा कि अगर किसानों की बात उठाना, भ्रष्टाचार पर बात करना गुनाह है, तो यह गुनाह हम बार-बार करेंगे। गौरतलब है कि झारखंड विधानसभा में मंगलवार को भ्रष्टाचार पर बहस करने की बीजेपी की मांग पर शोरगुल करने वाले इन चारों बीजेपी विधायकों को विधानसभा अध्यक्ष रबीन्द्र नाथ महतो ने 4 अगस्त तक के लिए निलंबित कर दिया है। बता दें कि झारखंड विधानसभा में भाजपा के कुल 26 विधायक हैं, उनमें से 16 विधायक इस ‘सदन’ की कार्यवाही में हिस्सा लेते नजर आए। 29 जुलाई को शुरू हुआ झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र 5 अगस्त तक चलेगा। गौरतलब है कि 1 अगस्त को विधानसभा में वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 3436 करोड़ 55 लाख 36 हजार रुपए का प्रथम अनुपूरक बजट पास किया गया है।
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