पांच हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों एण्टी करप्शन की टीम ने भ्रष्ट लेखपाल को दबोचा, मुकदमा दर्ज
छुट्टा सांड बने अधिकारी व कर्मचारी, दिनभर तहसीलों में चलता है वसूली का खेल
अनुभव शुक्ला/संदीप पाण्डेय
रायबरेली। छुट्टा सांड बने अधिकारी व कर्मचारी इन दिनों फरियादियों व ग्रामीणों की जेब चरने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। जिले की छः तहसीलों का यही हाल बन चुका है। तहसील परिसर में दिनभर लेखपाल से लेकर बड़े स्तर के अधिकारी ग्रामीणों से वसूली करने में जुटे हैं। बस अंतर इतना है कि अधिकारियों के मैनेजमेंट गुरु बने निजी कर्मचारी मध्यस्थता कर रिश्वत ऊपर तक पहुंचाते हैं और छोटे स्तर के कर्मचारी फरियादियों से सीधे तौर से रकम गिना लेते हैं। योगी सरकार बनते ही वर्षों से जनपद में रिश्वतखोरी की बाढ़ सी आ चुकी है। लखनऊ से पहुँची एंटी करप्शन की टीम ने मंगलवार को सदर तहसील के लेखपाल ओम प्रकाश मिश्रा को 5000 की घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी लेखपाल ओम प्रकाश मिश्रा सदर तहसील के जोहवा शर्की हल्के में तैनात हैं। जिन्हें मंगलवार को एंटी करप्शन की टीम ने दोपहर में सदर तहसील के पास से 5000 की घूस लेते हुए रंगे हाथ धर दबोचा है। एंटी करप्शन टीम के प्रभारी नुरुल हुदा खान ने बताया कि हरचंदपुर थाना क्षेत्र के पहाड़पुर गांव के रहने वाले सुभाष नाम के पीड़ित ने एंटी करप्शन टीम में शिकायत की थी कि उनके हल्के को हल्का लेखपाल ओमप्रकाश मिश्रा ने बताया है कि उनका आवास सार्वजनिक भूमि में बना है और आरोपी भ्रष्ट लेखपाल रिश्वत ना देने पर बुलडोजर से अवैध आवास को गिराने की धमकी दे रहा है। आवास बचाने के लिए लेखपाल ने 5000 रुपये की रिश्वत की माँग की है जिस पर पीड़ित सुभाष की शिकायत पर टीम मौके पर पहुंची और पीड़ित सुभाष लेखपाल ओमप्रकाश मिश्रा को सदर तहसील के पास पांच हजार रुपए दे ही रहा था कि 5 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों भ्रष्ट लेखपाल को दबोच लिया गया। उसे गिरफ्तार कर शहर कोतवाली में एफआईआर दर्ज करवा दिया। लखनऊ से चलकर आयी एंटी करप्शन टीम की इस प्रभावी कार्यवाही से भ्रष्ट राजस्व कर्मियों में हड़कंप मचा हुआ है।
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