युवक ने पांच महीने में छह बार कराया सर्जरी, फिर भी नहीं मिली ब्लैक फंगस से निजात | #TejasToday

युवक ने पांच महीने में छह बार कराया सर्जरी, फिर भी नहीं मिली ब्लैक फंगस से निजात | #TejasToday

पारिवारिक कलह से क्षुब्ध होकर युवक ने ​खाया जहरीला पदार्थ | #TEJASTODAY चंदन अग्रहरि शाहगंज, जौनपुर। क्षेत्र के पारा कमाल गांव में पारिवारिक कलह से क्षुब्ध होकर बुधवार की शाम युवक ने किटनाशक पदार्थ का सेवन कर लिया। आनन फानन में परिजनों ने उपचार के लिए पुरुष चिकित्सालय लाया गया। जहां पर चिकित्सकों ने हालत गंभीर देखते हुए जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया। क्षेत्र के पारा कमाल गांव निवासी पिंटू राजभर 22 पुत्र संतलाल बुधवार की शाम पारिवारिक कलह से क्षुब्ध होकर घर में रखा किटनाशक पदार्थ का सेवन कर लिया। हालत गंभीर होने पर परिजन उपचार के लिए पुरुष चिकित्सालय लाया गया। जहां पर हालत गंभीर देखते हुए चिकित्सकों बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल रेफर कर दिया।

एक तरफ दुनिया कोरोना से लड़ रही है वहीं ब्लैक फंगस नामक फंगल इंफेक्शन ने भी कोहराम मचाने में कोई कोताही नहीं बरती है। गुजरात में भी ब्लैक फंगस के मामले बढ़ रहे हैं। इसी बीच राजकोट में ब्लैक फंगस का एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने डॉक्टरों को चिंतित कर दिया है। गुजरात के राजकोट में विमल नामक युवक की पिछले 5 महीने में 6 बार ब्लैक फंगस की सर्जरी हो चुकी है, लेकिन अभी भी उसे इस बीमारी से निजात नहीं मिली है। अब उसके सातवें सर्जरी की तैयारी की जा रही है।

विमल की पत्नी चांदनी ने बताया कि विमल अहमदाबाद में रहते थे, जहां उन्हें नवंबर में कोरोना हुआ था। कोरोना के इलाज के दौरान विमल को ऑक्सीजन और स्टेरॉयड दिया गया था। कोरोना को मात देने के बाद विमल को ब्लैक फंगस ने घेर लिया। सबसे पहले विमल की नाक में फंगस पाया गया, जिसकी सर्जरी हुई। उसके बाद आंख, कान और उसके आसपास भी सर्जरी कराई गई। अब फंगस का संक्रमण मस्तिष्क तक पहुंच गया है, जिसकी वजह से अब मस्तिष्क की न्यूरो सर्जरी करानी है। चांदनी ने बताया कि अब तक विमल को ब्लैक फंगस के खिलाफ दिए जाने वाले 39 इंजेक्शन भी लगाए जा चुके हैं।

पत्नी चांदनी ने बताया कि विमल के इलाज में घर की ज्यादातर जमा-पूंजी खत्म हो गई। यहां तक कि उन्हें अपना घर तक बेचना पड़ा। इलाज में अब तक करीब 41 लाख रुपये खर्च हो चुके हैं और अभी भी करीब 10 से 15 लाख रुपये की जरूरत है।
विमल का इलाज करने वाले डॉक्टर का कहना है कि कोरोना के बाद इस तरह से ब्लैक फंगस की चपेट में आकर विमल का बचे रहना किसी चमत्कार से कम नहीं है। डॉक्टर के अनुसार अब तक विमल की छह बड़ी सर्जरी की जा चुकी है। जब यह मान लिया गया कि वे पूरी तरीके से ठीक हो चुके हैं तभी उनके ब्रेन में ब्लैक फंगस पाया गया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Read More

Recent