सोशल मीडिया पर फोटो हुआ वायरल किशोर के मानसिक विक्षिप्त होने का पुलिस दे रही तर्क
अनुभव शुक्ला/संदीप पाण्डेय
नसीराबाद, रायबरेली। जिले के तेजतर्रार पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी भले ही आए दिन पुलिसकर्मियों को अपनी कार्यशैली में सुधार व हमेशा सक्रिय रहने की नसीहत देते हो। किंतु जिले के एक ऐसे थानेदार जोकि क्षेत्र को छोड़ अपनी कुर्सी की रखवाली भी नहीं कर पा रहे हैं। शनिवार को सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हुआ जिसमें एक किशोर नसीराबाद थानाध्यक्ष राकेश आनंद की कुर्सी पर बैठा हुआ है।
अखबार में छपी इस तस्वीर को गौर से देखिए, यह किशोर कोई और नहीं बल्कि नसीराबाद थानाध्यक्ष राकेश आनंद का बेटा बताया जा रहा है। सिर पर लगी पुलिसिया टोपी, खाकी जैकेट व मुस्कुराती हुई फोटो से यह जाहिर है कि जिसने भी इस किशोर की फोटो खींची होगी वह भी किशोर के इस कारनामे से काफी खुश रहा होगा। जी हां, सबसे मजे की बात यह है कि इस तस्वीर से बयां हो रही हकीकत को नकारते हुए पुलिसिया राग कुछ और ही अलापा जा रहा है। जिसमें थानाध्यक्ष की कुर्सी पर बैठे किशोर को मानसिक विक्षिप्त भी बताया जा रहा है।
किंतु अब सवाल यह उठता है कि यदि किशोर मानसिक विक्षिप्त रहा तो फोटो खींचने वाला तो समझदार रहा होगा और यदि फोटो भी किसी खाकीधारी ने खींचा तो वह भी दोषी है और यदि किसी बाहरी व्यक्ति ने खींचा तो वह भी किसी घोर लापरवाही से कम नहीं है। विदित हो की लगभग सात किलोमीटर की दूरी से भी अधिक चौहद्दी में फैले नसीराबाद थाना क्षेत्र की कमान संभालने वाले थानाध्यक्ष राकेश आनंद से जब अपनी खुद की कुर्सी नहीं संभल पा रही है तो आखिर इतने बड़े थाना क्षेत्र में जनता की सुरक्षा का जिम्मा कैसे सम्भालते होंगे? यह एक यक्ष प्रश्न बना हुआ है। हो कुछ भी किंतु सोशल मीडिया पर वायरल इस फोटो को लेकर क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म है।
वायरल फोटो के मामले की मिली है जांच, हर पहलू से जांच कर सौंपी जायेगी रिपोर्ट: सीओ
इस बाबत सीओ सलोन अमित सिंह ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल फोटो की जांच उच्चाधिकारियों द्वारा मुझे सौंपी गई है जो भी तथ्य निकल कर सामने आयेंगे उसी आधार पर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को प्रेषित की जायेगी।
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