तोड़फोड़ के विरोध में नई बस्ती के लोगों ने कलेक्ट्रेट पर किया प्रदर्शन
आरके धनगर
मथुरा। मथुरा—वृंदावन रोड पर रेल प्रशासन द्वारा तीन रोड पूर्व की गई तोड़फोड़ का विरोध जारी है आज बड़ी संख्या में नई बस्ती संघर्ष समिति के लोगों ने जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन कर प्रदर्शन कर यहां रहने वाले लोगों के पुनर्वास की मांग की उनका कहना था कि जिन लोगों के पास वेद रजिस्ट्री हैं उन्हें दुर्गा से मकान बनवा कर दिए जाएं।
गौरतलब हो कि मथुरा वृंदावन रेलवे लाइन पर लंबे अरसे से दो सैकड़ा से अधिक आवास बने हुए थे बने हुए थे हाल में रेल प्रशासन द्वारा मीटर गेज को ब्रॉडगेज में कबीर किए जाने की योजना के तहत क्षेत्र से अवैध अतिक्रमण को हटाए जाने के लिए नोटिस जारी किए गए थे। 2 माह बीतने के बाद भी यहां रहने वाले लोगों ने इस पर जब ध्यान नहीं दिया तो रेल प्रशासन को भारी पुलिस बल के साथ तीन जोधपुर तोड़फोड़ की कार्रवाई करनी पड़ी इसमें दो और तीन मंजिला मकानों को रेलवे के बॉर्डर ने देखते ही देखते जमींदोज कर दिया। इसके बाद से यहां अफरा-तफरी का माहौल है यहां रहने वाले तमाम लोग काफी गरीब तबके से हैं जो रोज मेहनत मजदूरी करके अपना पालन पोषण करते हैं उनके पास अब कोई सिर छुपाने का ठिकाना नहीं रहा है इन लोगों का कहना है की उजाड़ने से पूर्व इनके पुनर्वास की व्यवस्था की जानी चाहिए रेलवे द्वारा राजस्व विभाग की पैमाइश के नक्शे के मुताबिक कार्रवाई होनी चाहिए और जब तक न्यायालय में इस जमीन से जुड़े मामले लंबित हैं तब तक तोड़फोड़ नहीं की जाए बड़ी संख्या में रालोद लेता कुंवर नरेंद्र सिंह के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया प्रदर्शनकारियों का कहना था वृंदावन रेलवे लाइन पर नई बस्ती के अलावा भी वृंदावन के कैलाश नगर क्षेत्र में बड़े-बड़े कमर्शियल कंपलेक्स बने हुए रेल प्रशासन को चाहिए था तो में तोड़फोड़ की शुरूआत इसी क्षेत्र से होनी थी काफी संख्या में यहां से उजाले गए लोग इस भूमि को छोड़े जाने की छोड़े जाने को तैयार नहीं उनका कहना है की आवाज भले ही हो जाए लेकिन तंबू तान कर अपनी अपनी जगह पर रह कर इस हिटलर शाही का विरोध करेंगे।
रालोद नेता और एसपी सिटी में हुई तकरार
नई बस्ती के लोगों द्वारा कलेक्ट्रेट पर किए गए प्रदर्शन के दौरान रालोद नेता कुंवर नरेंद्र सिंह और एसपी सिटी के बीच तीखी नोकझोक हुई। जहां प्रदर्शनकारी कलेक्ट्रेट परिसर में जाना चाहते थे वहीं भारी पुलिस बल ने इन्हें रोक दिया और जब रालोद नेता ने इसकी वकालत की तो एसपी सिटी एमपी सिंह ने उन्हें ऐसा न करने को कहा जिस दोनों काफी देर तक आपस में उलझते रहे। बाद में सभी प्रदर्शनकारियों को कलेक्टेट मुख्य द्वार के बाहर बैठा दिया गया और पांच लोगों के प्रतिनिधि मंडल ने जिलाधिकारी और नगर मजिस्ट्रेट से मुलाकात कर नई बस्ती के लोगों की समस्याओं र विचार विमर्श और उन्हें न्याय दिलाने की दिशा में कार्रवाई करने को कहा। रालोद नेता कुंवर नरेंद्र सिंह का कहना था कि इस रेल पटरी के सहारे नई बस्ती क्षेत्र में ही अतिक्रमण नहीं है बल्कि और स्थानों पर अतिक्रमण किए गए हैं। इन्हें लेकर सहानुभूतिपूर्ण विचार किया जाना जरूरी है।
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