भू-स्वामी ने ही बेचा था पेड़, लेखपाल पर कुछ अराजक लगा रहे रंजिशन आरोप
मामला डीह के मऊ में तालाब के बगल पट्टे की भूमि पर लगे सफेदा के विक्रय का
अनुभव शुक्ला
डीह/सलोन, रायबरेली। स्थानीय तहसील क्षेत्र के डीह ब्लाक स्थित मऊ ग्राम सभा में रायपुर टोंडी गांव में एक पट्टेधारक को अपनी पट्टई की भूमि पर लगे सफेदा के पेड़ का विक्रय करना गांव के ही अराजकत तत्वों के चलते महंगा पड़ रहा है जिसमें क्षेत्रीय लेखपाल प्रदीप त्रिपाठी का मामले से कोई संबंध न होने के बावजूद बलि का बकरा बनाया जा रहा है।
दरअसल भूस्वामी कुछ दिनों से डीह ब्लाक का मऊ रायपुर टोडी गांव सुर्खियों में है जिसके संबंध में जानकारी लेने पर भूस्वामी व पट्टा धारक के परिजन विनोद कुमार ने बताया कि जंगली मेरे परिवार के हैं जिनके द्वारा तालाब के बगल स्थित भूमि गाटा संख्या 1383 पर वर्षों से खेती की जा रही है व हम लोग भी करते हैं किंतु गांव के ही कुछ अराजक तत्व मुझे रंजिशन परेशान करने व मेरी पट्टी भूमि को बगल में स्थित तालाब में सम्मिलित करना चाहते हैं जिसको लेकर कुछ दिनों पूर्व तालाब का बैंक भी गांव के ही सरहगों द्वारा काट कर मेरी उड़द की फसल जलमग्न कर दिया गया। अब उसी खेत में लगे सफेदा के वृक्ष को इलाज कराने के लिए बेचने पर लगातार व्यर्थ के आरोप लगा रहे हैं। जिस लेखपाल से मेरे तालमेल का आरोप लगा रहे हैं, मैं उसे जानता तक नहीं हूँ। लेखपाल पर आरोप इस कारण लगा रहे हैं कि वह मेरी भूमि तालाब में मिला लें।
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