मीडिया की सुर्खियों में बने रहने के लिये स्वामी ने दिया विवादित बयान: संदीप
योगेश मिश्र
प्रतापगढ़। हिंदुओं के पवित्र धार्मिक ग्रंथ तुलसीदास द्वारा रचित रामचरित मानस पर सपा नेता द्वारा की गई अभद्र टिप्पणी पर कांग्रेसी नेता संदीप तिवारी ने आपत्ति जाहिर की है। टीवी पैनलिस्ट संदीप तिवारी ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य खुद एक दलबदलू नेता हैं जो अपने व्यक्तिगत स्वार्थ तथा अपनी राजनीति के लिए पार्टी बदलतें रहतें हैं। उनको पहले अपने चरित्र और कर्तव्य पर आत्म मंथन करना चाहिए तब किसी धार्मिक ग्रंथ पर बयान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद ने जब सनातन धर्म को छोड़कर बौद्ध धर्म अपना लिया है तो किस अधिकार से वे रामचरितमानस पर अभद्र टिप्प्णी कर रहें हैं?
उनका बयान देश में आपसी प्रेम और सौहार्द को बिगाड़ने वाला है, स्वामी या किसी भी नेता को ऐसा बयान नही देना चाहिए कि जिससे किसी की भी धार्मिक भावनाएं आहत हों तथा आपसी भाईचारे में खटास पैदा हो। संदीप ने कहा कि स्वामी का राजनैतिक कैरियर खत्म होने के कगार पर है, इसीलिए वे मीडिया में बने रहने के लिए हिंदुओ की भावनाओं को आहत करने वाला बयान दें रहें हैं। स्वामी और उनके जैसे हमेशा 15 बनाम 85 की बात करके जातिवाद को हवा देतें रहतें हैं। कांग्रेस पार्टी ऐसे ही विचारधारा को खत्म करने के लिए भारत जोड़ो यात्रा कर रही है।
उन्होंने कहा कि इस देश में सभी को अपने धर्म और धार्मिक ग्रंथों को मानने और पढ़ने की आज़ादी है। कोई भी नेता या व्यक्ति किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस नही पहुँचा सकता है। रोजगार, महंगाई, विकास के मुद्दों को छोड़कर नेता अब विवादित बयान दें रहें हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को विवादित बयान देने पर स्वामी प्रसाद के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करनी चाहिए। गौरतलब है कि सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने धार्मिक ग्रंथ रामचरितमानस पर अभद्र टिप्पणी करतें हुए सरकार से इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी, जिससे स्वामी के खिलाफ हिन्दू संगठनों का गुस्सा फूट पड़ा है।
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