उपजिलाधिकारी की दिखेगी जाबाजी, बिना एनओसी के चल रहे ईंट भट्ठों पर होगी कार्यवाही
उपजिलाधिकारी की दिखेगी जाबाजी, बिना एनओसी के चल रहे ईंट भट्ठों पर होगी कार्यवाही
विशाल रस्तोगी
सीतापुर। उत्तर प्रदेश सरकार ने जहां माफियाओं के आतंक का अंत कर दिया है और उन पर जिस तरीके से कार्यवाही की है, वह सोचने पर मजबूर करती है, माफिया प्रवृत्ति रखने वालों को जो अब तक सत्ता के साए में रहकर अपने अनैतिक कार्यों को भरपूर अंजाम देते थे, अब वह दुबककर बिलों बैठ चुके हैं। ऐसे अधिकारियों की तैनाती की गई है जो तेज तर्रार और ईमानदार कार्यशैली के चलते जनमानस में अपनी अलग छवि बना रहे हैं। ऐसे अधिकारियों को जनता शब्दभेदी अर्जुन के नाम से जानती हैं। जिनका निशाना अचूक और सटीक लक्ष्य पर लगता है,सीधे मछली की आंख में ऐसे ही ईमानदार और कर्तव्य परायण अधिकारी हैं जो जनपद की बिसवां तहसील से स्थानांतरित होकर लहरपुर तहसील में आए हैं जिनके नाम से माफियाओं में दहशत का माहौल बन जाता है जिनका नाम उपजिलाधिकारी लहरपुर के तौर पर अनुपम मिश्रा कहा जा रहा है।
बताते चलें कि लहरपुर तहसील आते ही उन्होंने सीएचसी लहरपुर का दौरा कर अपनी निष्ठावान ईमानदार छवि को प्रदर्शित कर दिया है जो यह स्पष्ट करता है कि गरीबों का दुख दर्द क्या होता है जिसको लेकर ही उपजिलाधिकारी लहरपुर ने सीएचसी अधीक्षक को कड़ी फटकार लगाई। बताते चलें कि लहरपुर तहसील क्षेत्र अंतर्गत कई बिना एनओसी ईट भट्ठा का संचालन बराबर किया जा रहा है लेकिन जिस तरीके से उपजिलाधिकारी की एंट्री लहरपुर में स्थानांतरित होते होते हुए वह लोगों में चर्चा का विषय बन गया है। अब बताया जा रहा है कि लगभग 23 गैर एनओसी ईट भट्टे लहरपुर में संचालित है जिन पर किस की कृपा रही, यह कहना तो उचित नहीं होगा लेकिन अब जिस अधिकारी की तलाश लहरपुर बाशिंदों को थी, शायद वह पूरी हो चुकी है। अब देखना है कि इस मामले पर कड़ी कार्यवाही कब होती है, क्योंकि लहरपुर उपजिलाधिकारी की कार्यवाही तो सभी देख चुके हैं जिससे उनको अर्जुन कहा जाने लगा है। अब देखना यह है कि इस मामले पर बिना एनओसी ईट भट्टों पर अर्जुन का सटीक निशाना कब चलेगा यह बात तो तय मानी जा रही है कि जल्द ही इस मामले पर बड़ी कार्यवाही हो सकती है।
आधुनिक तकनीक से करायें प्रचार, बिजनेस बढ़ाने पर करें विचार
हमारे न्यूज पोर्टल पर करायें सस्ते दर पर प्रचार प्रसार।