.. तो क्या अपनी मर्जी के मालिक हो गये टीए गिरीश तिवारी?
विशाल रस्तोगी
सीतापुर। नियम कायदे कानून सभी को कैसे मैनेज करना है, यह तो कोई टीए गिरीश तिवारी से सीखें क्योंकि टीए गिरीश तिवारी ही वह शख्सियत हैं जो सब कुछ मैनेज कर अपनी मनमर्जी को धरातल पर कैसे उतारा जाए, यह अच्छे से जानते हैं। शायद यही कारण हैकि टीए गिरीश तिवारी महोली ब्लॉक की वह शख्सियत बन गए हैं जिससे उनके कारनामों की चर्चाएं ब्लॉक में हर जुबान पर सुनी जा सकती है। टीए गिरीश तिवारी के लिए उच्च अधिकारियों के द्वारा दिए गए आदेश व शासनादेश मायने नहीं रखता है।
उनके लिए उनका आदेश और उनकी मर्जी ही मायने रखती है। यही कारण है कि शायद महोली ब्लॉक में टीए गिरीश तिवारी की ग्राम सभा में हुए विकास कार्य शासन के आदेश के बजाय टीए गिरीश तिवारी की मंशा के अनुसार धरातल पर लाए गए हैं इसके पीछे का कारण विकास कार्यों में गोलमाल कर अपना विकास करना माना जा रहा है टीए गिरीश तिवारी के लिए ग्राम सभाओं के विकास से ज्यादा स्वयं का विकास ज्यादा मायने रखता है टीए गिरीश तिवारी की मंशा है कि विकास की लहर तो दौड़ने चाहिए लेकिन वह ग्राम सभा की जगह उनकी निजीसंपत्ति की इस प्रकार की चर्चाओं से ब्लॉक की गलियां गूंज रही हैं और लोग दबी जुबान चाय की चुस्की के साथ टीए गिरीश तिवारी के कारनामों पर गप्पे भी मार रहे हैं।
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