सिंगारपुर काली मंदिर के पास श्रीमद्भागवत कथा भक्ति रस की हुई वर्षा
मौधा, गाजीपुर। स्थानीय क्षेत्र के ग्राम पंचायत सिंगारपुर में काली मंदिर के पास प्राथमिक विद्यालय के प्रांगण में चल रहे 3 जनवरी से श्रीमद्भागवत कथा के 7वें दिवस पर श्रीमद्भागवत कथा पंडाल में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़। बता दें कि श्रीमद्भागवत कथा के कथा व्यास सच्चिदानंद महाराज ने कहा कि श्रीमद्भभागवत ऐसा ग्रंथ है, जिसे सुनने के लिए देवता भी तरसते हैं। कलयुग में मुक्ति का मार्ग श्रीमद्भागवत कथा से ही संभव है। श्री महाराज के श्रीमुख से मधुर भजनों पर श्रद्धालु जमकर झूमे और उन्होंने कहा कि भागवत कथा से मन का शुद्धीकरण होता है।
साथ ही संशय दूर होते हैं और शांति व मुक्ति मिलती है। श्री महाराज ने ये भी कहा कि श्रीमद्भागवत कथा को ज्यादा से ज्यादा श्रवण करें। भागवत कथा को सुनने से कोरोना जैसी महामारी भी दूर रहेगी। इस दौरान झांकी का भी आयोजन हुआ जहां बालिकाओं ने मनमोहक झांकी प्रस्तुत किया और सबका मन मोह लिया। झांकी सम्पन्न होने के बाद श्री भागवत भगवान की आरती कर प्रसाद का वितरण किया गया। कथावाचक आचार्य सच्चिदानंद महाराज जी ने भंडारे के प्रसाद का भी वर्णन किया। उन्होंने कहा कि प्रसाद तीन अक्षर से मिलकर बना है। पहला प्र का अर्थ प्रभु, दूसरा सा का अर्थ साक्षात व तीसरा द का अर्थ होता है दर्शन जिसे हम सब प्रसाद कहते हैं। हर कथा या अनुष्ठान का तत्वसार होता है जो मन बुद्धि व चित को निर्मल कर देता है। इस अवसर पर स्वामी हरिहरानंद शिवाकांत पाण्डेय, सनेही, महेन्द्र सिंह, रामसेवक, इन्द्रा सिंह, पुष्पा सिंह, ज्वाला मिश्रा, विपिन सिंह, जीवन सिंह, मंगला सिंह, लाल बहादुर सिंह, नागेन्द्र सिंह, संजय सिंह, पुष्पा सिंह, माधुरी सिंह, महेन्द्र राजभर, मनीष सिंह, रामकुमार सिंह सहित तमाम लोग मौजूद रहे।
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