अनुभव शुक्ला
गुरबक्शगंज, रायबरेली। जिले के गुरबक्शगंज थाना क्षेत्र स्थित भीतर गांव में रहस्यमयी मौतों का सिलसिला थम नहीं रहा है। बुधवार की सुबह तक में सात लोगों की मौतों से जिले में हड़कंप मच गया।
उधर स्वास्थ्य विभाग लगातार इन मौतों को स्वाभाविक बताते हुए एक ही गांव में एक साथ इतने लोगों की मौत को महज संयोग मान रहा है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने यहां पांच दिन के लिए कैम्प लगाया है। जहां सभी गांव वालों की गहन जांच पड़ताल की जा रही। दरअसल पूरा मामला लालगंज सर्किल के गुरबक्शगंज थाना क्षेत्र स्थित भीतरगांव का है। जहां मंगलवार पिछले 36 घंटों में अचानक सात लोगों की मौत हो गई है। इनमें ज़्यादातर की मौत चलते फिरते हुई जबकि कई ऐसे भी हैं जो रात को सोये तो फिर कभी उठे ही नहीं।
मंगलवार की रात तक यह सिलसिला एक के बाद एक जारी रहा तो ज़िला प्रशासन भी चौकन्ना हुआ। आनन फानन सीएचसी के डॉक्टरों ने मौके पर पहुंची सभी स्वाभाविक मौतें हैं और महज़ संयोग है कि चौबीस घंटे के भीतर सात लोगों की मौतें हुई है। स्वास्थ्य विभाग के तब हाथ पांव फूल गए जब बुधवार की सुबह राजस्व विभाग में अमीन के पद पर तैनात रहे सत्तीदीन की उस वक्त मौत हो गई जब वह सुबह घर के बाहर झाड़ू कर रहे थे।
परिजनों का कहना है कि वह लोग गांव में हुई छः मौतों से स्तब्ध थे लेकिन तभी खुद उनके घर का ही एक स्वस्थ्य व्यक्ति दम तोड़ गया। उधर गांव में कैम्प कर रहे डॉक्टर फारूकी का कहना है कि मृतकों में ज्यादातर की बीपी सुगर की हिस्ट्री रही है। लापरवाही और जानकारी के अभाव में इनकी मौत होना लग रही है हालांकि कोई लापरवाही न हो इसलिए वह कैम्प कर रहे हैं।
उधर मामले की गंभीरता को देखते हुए छुट्टी पर चल रहे सीएमओ को भी ज़िलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने मौके पर पहुंचने का निर्देश दिया। लखनऊ से सीधे गांव पहुंचे सीएमओ ने मेडिकल कैम्प के अलावा संक्रामक रोगों और कोविड की जांच से लेकर पीने के पानी की जांच का भी निर्देश दिया है।
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