वन माफियाओं व पुलिस की जुगलबंदी से सलोन की हरियाली पर धड़ल्ले से चल रहे आरे
प्रतिबन्धित अवैध लकड़ियों की खेप से घिरी सलोन कस्बे की आरा मशीनें रक्षक ही बने भक्षक, दिनभर आरा मशीनों पर फेरा मारती खाकी, वनमाफियों के साथ लेते हैं चाय की चुस्कियां
अनुभव शुक्ला/संदीप पाण्डेय
सलोन, रायबरेली। हाल ही में आने वाले 5 जून को सरकारी मशीनरी विश्व पर्यावरण दिवस मनाते हुए पर्यावरण संरक्षण का ढिंढोरा पीट कागजी कोरम पूरा करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगा। किंतु वर्षों से जमे वृक्षों की रखवाली की जिम्मेदारी अपने सिर पर लेने वाले जिम्मेदारों की लापरवाही व पुलिसिया जुगलबंदी से जिले की सलोन तहसील क्षेत्र में दिन रात वनमाफिया बेखौफ होकर हरियाली उजाड़ने में लगे हुए हैं।
इलेक्ट्रॉनिक आरे को वन माफिया ब्राम्हास्त्र की तरह प्रयोग कर घंटों का काम मिनटों में कर के प्रतिबंधित वृक्षों को धड़ल्ले से उजाड़ने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। सलोन तहसील क्षेत्र में धड़ल्ले से हो रही अवैध कटानों के मामले में वन माफियों व पुलिस की जुगलबंदी की चर्चा जोरों पर है जिससे वन माफिया धड़ल्ले से क्षेत्र की हरियाली उजाड़ने में जरा भी खौफ नहीं खाते है और तो और सलोन कस्बे में मकड़जाल की तरह फैली आरा मशीनों के आसपास कई मीटर की दूरी पर प्रतिबंधित लकड़ियों की खेप लगी है। बिना नम्बर के ट्रैक्टर ट्राली व पिकअप दिन भर आरा मशीनों पर खेप पहुंचाया करती हैं।
हद तो तब पार होती है जब सलोन थाना के खाकी धारी दिनभर आरा मशीनों पर फेरा तो लगाया करते हैं किंतु प्रतिबंधित लकड़ियों को देखकर मुंह फेर लेते हैं। और तो और वन माफियों के साथ सलोन पुलिस साथ में बैठकर चाय की चुस्कियां भी लेती नजर आती है। अब सवाल यह उठता है की क्या आरा मशीनों पर चाय की चुस्कियों की बदले में क्षेत्र की हरियाली उजाड़ने के लिए वन माफियों को छूट दी गई है…? या फिर सिक्कों की खनक में इलेक्ट्रॉनिक आरों की गड़गड़ाहट जिम्मेदारों के कान तक नहीं पहुंच पा रही है…? यह पूरी कार्यशैली सलोन पुलिस की कार्यशैली को कठघरे में खड़ा कर रखी है।
स्टाफ की कमी से जूझ रहा वन विभाग
यदि जानकारों की मानें तो इन दिनों सलोन सर्किल का वन विभाग स्टाफ की कमी से जूझ रहा है। कई बार वन विभाग के अंकुश लगाने पर भी सलोन पुलिस कार्यवाही के बजाए वन माफियों के ही पक्ष में खड़ी नजर आती है जिससे स्पष्ट है कि वह दिन दूर नहीं जब सलोन तहसील क्षेत्र की हरियाली वन माफियाओं की भेंट चढ़ जायेगी।
आधुनिक तकनीक से करायें प्रचार, बिजनेस बढ़ाने पर करें विचार हमारे न्यूज पोर्टल पर करायें सस्ते दर पर प्रचार प्रसार।