टूट गया रावण का घमण्ड, सत्य की हुई जीत
अब्दुल शाहिद
चित्तौरा, बहराइच। बुराई पर अच्छाई का प्रतीक दशहरा का पर्व सोमवार को मनाया गया जिसकी तैयारियां पहले से ही पूरी कर ली गई थी। राम-रावण के बीच युद्ध का मंचन किया गया। असत्य पर सत्य की विजय के प्रतीक रावण का दहन किया गया। जनपद बहराइच के थाना कोतवाली देहात अंतर्गत ग्राम सभा मोहरना में श्री मर्यादा पुरुषोत्तम रामलीला कमेटी के अध्यक्ष सुंदर लाल यादव व मैनेजर दिलीप कुमार तिवारी ने बताया कि रावण के पुतले को सकुशल कारीगरों द्वारा तैयार करवाया गया था। जिसकी लागत करीब 10,000 रुपए आई थी।
रामलीला कमेटी ग्रामसभा मोहरना के सभी पदाधिकारी व कार्यकर्ता तथा ग्रामवासियों के सहयोग से रामलीला का मंचन किया जाता है। इसी के साथ साथ शासन व प्रशासन की पूरी मदद रहती है। रामलीला कमेटी को लगभग 42 वर्ष पूरे हो चुके हैं। वर्ष 1980 में संगठित रूप से रामलीला का मंचन एक ही स्थान पर होता चला आ रहा है। रामलीला कमेटी का एक मानना है कि हमारे यहां 42 वर्षों से रामलीला का आयोजन हो रहा है लेकिन कभी जगह नहीं बदला गया सन, 1980-81 में स्वर्गीय माधवराम तिवारी द्वारा चंदे के रूप में रामलीला का आयोजन शुरू करवाया गया था जोकि आज भी रामलीला का कार्यक्रम होता चला आ रहा है।
रामलीला कमेटी में 10 से 15 फुट का रावण का दहन होता चला आ रहा है। वर्ष 2022 में मूसलाधार बारिश के कारण रामलीला आयोजन थोड़ा फीका तो पड़ गया लेकिन बारिश के दौरान भी दर्शकों की कतार लग गई। विकास खण्ड चित्तौरा के मोहरना का रामलीला इस क्षेत्र में प्रचलित है जिसको देखने के लिए लोग एक महीने पहले से ही उत्साहित रहते हैं।
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