चारागाह की अवैध फसल नष्ट करवाने की बनी तैयारी, कार्यवाही के नाम पर होगी खानापूर्ति
चारागाह की अवैध फसल नष्ट करवाने की बनी तैयारी, कार्यवाही के नाम पर होगी खानापूर्ति
अपनों पर रहम, गैरों पर सितम की स्थिति, अवैध मकान बनाने वालों को कर रहे बरी
अनुभव शुक्ला
सलोन, रायबरेली। लोगों ने तेजस टूडे हिंदी दैनिक अखबार में जिले की सलोन तहसील क्षेत्र के सरकारी जमीनों पर भू—माफियाओं द्वारा किए जा रहे अवैध निर्माण व अवैध खेती की खबरें काफी पढ़ी होंगी किंतु अगर बात राजस्व ग्रामसभा मटका की करें तो मुहीम बनाकर चरागाह की लगभग 67 बीघा भूमि जहां तहसील प्रशासन के अधिकारियों के संरक्षण में अवैध कब्जे से ग्रसित है। उक्त भूमि को भू—माफियाओं के कृत्यों की खबरें प्रमुखता से प्रकाशित की जा रही हैं जिसके बावजूद सलोन तहसील प्रशासन के अधिकारी भू माफिया के प्रभाव का प्रलोभन में आकर कार्यवाही करने से कतराते चले आ रहे हैं।
यदि सूत्रों की मानें तो लगातार चल रही खबरों से अपनी कुंभकर्णी नींद से जागने की तैयारी में तहसील प्रशासन के अधिकारी भले ही चारागाह की सुरक्षित जमीन पर भू—माफियाओं द्वारा किए गए अवैध कब्जे के विरुद्ध कार्यवाही के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति करने का पूरी तरह से खाका खींच लिया गया है जिसमें अपनों पर रहम, गैरों पर सितम वाली स्थिति से ग्रामसभा मटका के भूमाफिया गुजरेंगे। हालांकि सलोन तहसील प्रशासन के अधिकारी भले ही अपने अंदर यह सोच पाल कर रखे हो कि कथित कार्यवाही कर मामले से अपना पीछा छुड़ा लेंगे।
उनकी यह सोच चारागाह की लगभग 67 बीघा भूमि में तहसील प्रशासन के ही अधिकारियों के साथ में पूर्व से लेकर अब भू माफिया को संरक्षण दें करवाए गए अवैध कब्जा जिसमें सामूहिक रूप से एक तरफ जहां खेती कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ अवैध मकानों का निर्माण भी किए हैं। तहसील प्रशासन यदि एक पक्षीय कार्यवाही करता है तो अवैध खेती व अवैध मकानों का निर्माण करने वाले भू—माफियाओं के चीख की गूंज जिला मुख्यालय तक पहुंच सकती है।