युवती की सिर कटी लाश मामले का पुलिस ने किया खुलासा, मुठभेड़ में पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी
देवी प्रसाद शर्मा
आजमगढ़। जनपद में युवती की सिरकटी लाश कुएं में मिलने से चारों तरफ माहौल गरम हो गया था। लाश के कई टुकड़े करके उसकी पहचान छुपाने के लिए जिस तरह से अपराधियों ने महिला के साथ क्रूरता की थी। इसको लेकर सबके दिल दिमाग में अपराधियों के प्रति काफी गुस्सा था और तत्काल पुलिस प्रशासन से इसकी शिनाख्त कराने के लिए भी दबाव बनाया जा रहा था। स्थानीय पुलिस प्रशासन से लेकर क्षेत्रीय थानों की कई पुलिस टीम इस कार्यवाही को अंतिम दौर तक जल्दी सुलझाने के काम में लगी थी।
सिरकटी युवती की लाश के मामले में पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बड़ा खुलासा किया है। वहीं पुलिस और हत्या आरोपित प्रेमी के बीच मुठभेड़ हुई है जिसमें मुख्य आरोपी प्रिंस यादव के पैर में लगी गोली है। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुठभेड़ अहिरौला थाना क्षेत्र के पश्चिम पट्टी गांव के पास रविवार के दिन में हुई। मामले में अन्य आठ अभियुक्तों की पुलिस तलाश कर रही है वही मुख्य आरोपी के ममेरे भाई सर्वेश पर 25000 का इनाम रखा गया है। पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बलरामपुर पुलिस चौकी पर खुलासा कर बताया कि 16 नवंबर को जिस महिला की अहिरौला थाना के पश्चिम पट्टी गौरी का पूरा गांव में सड़क किनारे कुएं में लाश मिली थी उसमें जो सिर गायब था। उसे वहां से करीब 6 किलोमीटर दूर तालाब से बरामद किया गया है।
इसी से युवती की शिनाख्त आराधना प्रजापति 22 वर्ष के रूप की गई जो इसहाकपुर में अपने मायके में रह रही थी। शिनाख्त उसके पिता केदार व भाई सुनील प्रजापति ने की। वही शव के टुकड़े करने के लिए इस्तेमाल किए गए लकड़ी के बूटे व बांके को भी तालाब से बरामद किया गया है। इसी दौरान पुलिस से आरोपी की मुठभेड़ हुई है।
एसपी ने बताया कि आराधना की इसी वर्ष फरवरी में कहीं और शादी हुई थी। जबकि आरोपी प्रिंस इस दौरान विदेश में कहीं काम कर रहा था। शादी की बात सुनकर वह यहां पर अपने घर पर आ गया। प्रिंस से युवती का 2 वर्ष से प्रेम संबंध था, इसलिए वह नहीं चाहता था कि इसकी कहीं और शादी हो। वह जब यहां आया तो उसने शादी तोड़ने का दबाव बनाया जिसको आराधना ने मना कर दिया। जिससे वह नाराज हो गया। प्रिंस के मां-बाप भी नहीं चाहते थे कि आराधना की कहीं और शादी हो। क्योंकिअभी तक आराधना का गौना नहीं हुआ था और वह मायके में ही रह रही थी इसलिए वह नहीं चाहता था कि उसको कोई और छुए। इसलिए वह प्रिंस के साजिश में शामिल हो गए।
वहीं प्रिंस अपने मामा और मामी को भी अपने साजिश में शामिल कर लिया और अपने ममेरे भाई सर्वेश को भी हत्या की घटना में शामिल होने के लिए राजी कर लिया। 29 अक्टूबर को ही प्रिंस अपना गांव छोड़ दिया ताकि किसी और को पता ना चले और लड़की के साथ घटना से उसको कनेक्ट न किया जा सके। इसके बाद 9 नवंबर को उसने आराधना को अपने साथ चलने के लिए कहा लेकिन वह नहीं आई।
बीते 10 नवंबर को वह फिर अपने मामा के लड़के सर्वेश के साथ पहुंचा और मंदिर में दर्शन कराने के लिए कह कर उसको अपने साथ ले गया। इसके बाद रेस्टोरेंट पर खाना पीना खाया और फिर वह अपने मामा के घर आया। इसके बाद उसने घटना को अंजाम दिया। पहले गला घोट कर मारा फिर लड़की को कहीं और आसानी से ठिकाने लगाने के लिए उसका हाथ पैर काट दिया। शिनाख्त ना हो, इसलिए सिर को और अन्य शरीर को अलग-अलग स्थानों पर फेंका। उसने ऐसा कुआं चुना जो मुख्य मार्ग के किनारे था और ऊपर से झाड़ी से ढका था इसलिए शव बरामद ना हो सके। लेकिन पुलिस जांच पड़ताल में लगी रही और अंत में सफलता मिली। आरोपी को ढूंढने में सबसे मुख्य भूमिका निभाने वाले अहिरौला थाने के सिपाही राजेश वर्मा और और सर्विलांस सेल के सिपाही यशवंत सिंह को 5 5000 का तत्काल नगद पुरस्कार भी एसपी ने अपने हाथों से दिया। एसपी ने बताया कि मामले से संबंधित लकड़ी का ठीहा सहित अन्य औजार, सामग्री को बरामद कर लिया गया है। एसपी अनुराग आर्य ने यह भी बताया कि मुख्य आरोपित प्रिंस का अपने मामा की बहू के साथ भी अवैध संबंध था इसलिए वह भी नहीं चाहती थी कि आराधना जिंदा रहे।
आधुनिक तकनीक से करायें प्रचार, बिजनेस बढ़ाने पर करें विचार
हमारे न्यूज पोर्टल पर करायें सस्ते दर पर प्रचार प्रसार।