झमेले में फंसे चौकी प्रभारी अमित पाण्डेय
झमेले में फंसे चौकी प्रभारी अमित पाण्डेय
विशाल रस्तोगी
सीतापुर। सवाल उठ रहे हैं एवं चर्चाएं हो रही हैं। हर चर्चा में थाना इमलिया सुल्तानपुर से सम्बन्धित पुलिस चौकी काजीकमाल के प्रभारी अमित पाण्डेय ही आ रहे हैं। जनता उनसे जवाब मांग रही है कि आखिर मंगलवार को पकड़े गये आरोपी का चालान शुक्रवार को ही क्यों किया गया? किस नियम के आधार पर यह चालान किया गया। इसकी जवाब देही भी चौकी प्रभारी श्री पाण्डेय की ही बनती हैं।
अगर श्री पाण्डेय इस प्रश्न का जवाब नहीं देते हैं तो दूसरा बड़ा सवाल यह दागा जा रहा है कि आरोपी का चालान विलम्ब से करने के पीछे कहीं पैसे का खेल तो नहीं था? चंूकि जनता द्वारा सवाल दागे जा रहे हैं तो जवाब भी उनको आज नहीं तो कल देना होगा, वरना आज जो सवाल जनता पूछ रही है। कल वही सवाल जाबाज कप्तान सुशील चन्द्रभान भी पूछ सकते हैं। अगर सवाल कप्तान ने पूछा तो चौकी प्रभारी अमित पाण्डेय पर कार्यवाही की गाज गिरनी तय मानी जा रही है। क्योंकि शासन की मंशा के अनुसार कार्य करने वाला अधिकारी कभी भी शासन की मंशा को टूटने नहीं देगा और तोड़ने वाले पर कार्यवाही का कहर भी गिर सकता है।
चौकी प्रभारी की कार्यशैली को लेकर अगर कहा जाय कि काजी कमालपुर पुलिस चौकी प्रभारी ईमानदार हैं तो जनता ही विरोध करती है और सवाल कर बैठती है कि पुलिस और ईमानदार? पूरा मामला थाना इमलिया सुल्तानपुर के काजी कमालपुर चौकी क्षेत्र का है। बीते मंगलवार को कमोलिया गांव के बाहर यूकेलिप्टस पर एक संदिग्ध व्यक्ति हाथ में मोबाइल फोन लिए हुए चढ़ा था जिसको कुछ ग्रामीणों ने देखा जिसके बाद उन्होंने इसकी सूचना काजी कमालपुर चौकी प्रभारी को दी जिसके बाद पेड़ पर चढ़े संदिग्ध व्यक्ति को पुलिस ने नीचे उतारा और चौकी पर पूछताछ के लिए ले गये।
अब पूछताछ में क्या सामने आया यह तो काजी कमालपुर पुलिस ही जानती होगी लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कि मुलजिम बीते मंगलवार को पकड़ा गया था लेकिन उस पर कार्यवाही करते हुए काजी कमालपुर पुलिस चौकी प्रभारी ने मुलजिम का चालान 3 दिन बाद यानी शुक्रवार को किया। कानून के नियमों के अनुसार चलें तो यह स्पष्ट है कि मुलजिम को पकड़ने के 24 घंटे बाद पुलिस प्रशासन को मुलजिम का चालान करना पड़ता है लेकिन 3 दिन बीत जाने के बाद काजी कमालपुर पुलिस चौकी प्रभारी का मुलजिम का चालान काटना कितना जायज है। अब या तो कप्तान साहब ही बता सकते हैं कि काजी कमालपुर चौकी प्रभारी अमित पांडे ने ऐसा क्यों किया और इसका क्या कारण होगा।