रिश्वत की गठरी के नीचे अधिकारियों ने दबाया विभागीय नियम कायदा व कानून
मानक के विपरीत बिजली का कनेक्शन दिये जाने में उच्चाधिकारियों ने की खूब अनियमितता
संदीप पाण्डेय
रायबरेली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सूबे से भ्रष्टाचार की जड़े उखाड़ फेकने में लगे हैं। भ्रष्ट अधिकारियों की अनैतिक तरीके अर्जित अकूत संपत्तियों पर बुल्डोजर गरज रहा है लेकिन जिले के बिजली विभाग में अधिकारियों पर इस कार्यवाही का कोई असर नहीं दिखाई पड़ रहा है। शायद यही कारण है कि रिश्वत की मोटी गठरी के नीचे विभागीय नियम कायदा और कानून की धज्जियां उड़ाते हुए बिजली के कनेक्शन दिए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि राही ब्लाक क्षेत्र के बेहटाखुर्द गांव में नहर के किनारे पर मानकों को दरकिनार करके रेवड़ी की तरह कनेक्शन दे दिया जाना सवालों के घेरे में है। ये तो बानगी मात्र है। ऐसे ही अनेकोंं सबमर्सिबल पम्प, पानी की मोटर, ट्यूबवेल, चक्कियां, फैक्ट्रियों, आरओ प्लांट, मुर्गी फार्म सहित विभिन्न तरीकों से बिजली की चोरी अधिकारियों के संरक्षण में धड़ल्ले से की जा रही है।
बिना अवैध वसूली किये बिना किसी भी प्रकार का कोई भी काम बिजली विभाग में करा पाना आसान नहीं है। बिजली विभाग में तैनात सरकारी मुलाजिम एक कम्पनी के कर्मचारियों के सहारे अपनी मनमानी किये जाने पर आतुर हैं। इस विभाग के काले कारनामों की लंबी फेरहिस्त है जिसके बारे में जल्द ही विस्तार से खबर प्रकाशित होगी। फिलहाल त्रिपुला चौराहे के समीप 33 केवी लाइन के नीचे बने मकानो का निर्माण और उनके कनेक्शन विभाग के अधिकारियों के खेल बताने को पर्याप्त है।
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