सांसद अनुराग शर्मा ने मानसून सत्र के दौरान सदन में उठायी पेयजल
मुकेश तिवारी
झांसी/दिल्ली। मानसून सत्र के द्वितीय दिन झाँसी-ललितपुर संसदीय क्षेत्र के लोकप्रिय सांसद अनुराग शर्मा द्वारा लोकसभा सदन में बुन्देलखण्ड क्षेत्र की प्रमुख समस्या पेयजल/सिंचाई एवं लखेरी, पथरई, एरच बांधों से प्रभावित कृषकों को मुआवजा दिए जाने की मांग को प्राथमिकता के साथ उठाया गया।
सांसद अनुराग शर्मा ने बताया कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र की प्रमुख समस्या पेयजल व सिंचाई हमेशा से रही है।
उन्होंने बताया कि सपा शासन काल में लखेरी, पथरई, एरच डैम आदि का निर्माण कराने की रचना की गयी और उसमे तत्कालीन सरकारों द्वारा कुछ गड़बड़ियाँ हुईं। गोलमाल किया गया जैसी पूर्व की सरकरों की प्रवृत्ति रही है जिसके कारण उपरोक्त डैम सारे लेट होते गए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं उ0प्र0 के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की वजह से इन पर कार्य पुनः वापिस चालू कराया गयाI
उन्होंने कहा कि तत्कालीन शासन एवं उनकी कार्यदायी संस्थाओं के भ्रष्टाचार की भेंट चड़ने के कारण उपरोक्त डैम समय पर पूर्ण नहीं हो सके और इन डैमों के प्रतिकर भुगतान में यह गड़बड़ी की गई कि जिनके जो भूस्वामी मर गये उनके बालिग पुत्रों को भी प्रतिकर भुगतान नहीं किया गया। यदि प्रतिकर भुगतान किया गया है तो 10-15 साल की पूर्व की दरों पर किया गया है जिससे किसानों का अत्यन्त नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि यही हालात पुर्नवासन के है।
उन्होंने कहा कि यह समस्या केवल मेरे बुन्दलेखण्ड क्षेत्र की ही नहीं है, बल्कि भारत के सम्पूर्ण राज्यों में यह गडबड़ी व्याप्त है जिसके कारण डैमों के निर्माण में विलम्ब, किसानों का आर्थिक नुकसान, और देश की प्रगति में बाधा उत्पन्न होती है। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष से उपरोक्त समस्याओं के संबंध में संबंधित मंत्रालय का ध्यान आकर्षित कराने के लिए आग्रह भी किया।
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