टूंडला में बन्दरों का आतंक, तीन मासूम बच्चों व एक महिला पर बोला हमला
टूंडला में बन्दरों का आतंक, तीन मासूम बच्चों व एक महिला पर बोला हमला
तीन महीने में 100 पर बोल चुके हैं हमला
मनीष चौधरी
टूंडला, फिरोजाबाद। मथुरा के वृंदावन में जिस तरह बंदरों का आतंक है। वहां बंदर चश्मा और कैप उतारकर ले जाते हैं। ठीक उसी तरह फिरोजाबाद के टूंडला क्षेत्र में भी बंदरों का आतंक तेज हो गया है। नगर से सटे मोहम्मदाबाद गांव में सोमवार को बंदरों के हमले में वृद्ध की जान चली गई थी और आज बछगांव में बच्चों पर हमला बोल दिया। इसके अलावा गांव में अलग-अलग क्षेत्र में बंदरों ने तीन मासूम बच्चों को घायल किया। गांव वालों का कहना है कि पिछले तीन महीने में सौ से ज्यादा लोग बंदरों का शिकार हुए हैं।
सुबह सात वर्षीय बच्चा शौर्य प्रताप सिंह स्कूल बस में चढ़ रहा था। इसी बीच बंदरों का झुंड आ गया और एक बंदर ने बच्चे को काट लिया। घटना से चीखपुकार मच गई। बस ड्राइवर ने किसी तरह बच्चे को बचाया और बंदरों को खदेड़ा। इसके बाद स्वजन बच्चे को डाक्टर के पास ले गए। वहीं दोपहर में मां के साथ ननिहाल आए डेढ़ साल के मासूम छोटू को बंदरों ने घायल कर दिया। बछगांव से सटे आलमपुर गांव में छह वर्षीय बच्चे कान्हा को घर के बाहर बंदरों ने काट लिया। तीनों बच्चों का इलाज चल रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि बंदरों का आतंक बढ़ता जा रहा है। बंदर स्कूल बस रुकने पर खिड़कियों से अंदर घुस जाते हैं।
कई बच्चे अब तक घायल हो चुके हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अब तक बंदरों के हमले में सौ से अधिक ग्रामीण घायल हो चुके हैं। श्रीकृष्ण गौतम, दिनेश गुप्ता, राकेश कुमार, विवेक कुमार, अतुल कुमार आदि ने डीएम से समस्या से निजात दिलाने की मांग की है। पिछले दिनों में आलमपुर निवासी छह वर्षीय कान्हा, नितिन कुमार, दीपक कुमार, धर्मवीर सिंह, अंकित, मयंक सभी फ्रेण्ड्स पब्लिक स्कूल बछगांव के छात्र हैं। इसके साथ ही विशेष, अश्वनी, अर्जुन, अन्नू, सुमित, सागर, वैभव, छवि, दिव्यांशी, शिवानी, राजीव, दुष्यंत, अनम, नीरज व आदित्य सभी यूनिवर्सल जूकेशनल इंस्टीट्यूट जूनियर हाईस्कूल बछगांव के छात्र हैं।
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