दुकानों की तरह सलोन तहसील क्षेत्र में फैला गैरमान्यता प्राप्त स्कूलों का मकड़जाल
महंगी फीस वसूल कर अंधकार में डाल रहे बच्चों का भविष्य, शिक्षा विभाग की कार्यशैली कटघरे में
अनुभव शुक्ला
सलोन, रायबरेली। योगी सरकार भले ही सूबे के नौनिहालों को बेहतर शिक्षा मुहैया कराए जाने की लाख कोशिश करें किंतु सरकारी तंत्र के रहमो-करम के चलते गैर मान्यता प्राप्त विद्यालय ग्रामीण क्षेत्रों के पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों को ठग कर बच्चों के भविष्य को अंधकार में धकेलने में जरा भी कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
सलोन तहसील क्षेत्र में कई स्कूल माफियों ने कोचिंग सेंटर को विद्यालय का रूप दे दिया तो कहीं पांचवी तक की मान्यता लेकर स्कूल संचालक इंटर तक विद्यालयों का संचालन कर रहे हैं और तो और कई तो ऐसे विद्यालय हैं जिनकी मान्यता प्राइमरी तक की भी नहीं है और जूनियर हाईस्कूल तक विद्यालय चलाकर सैंकड़ों बच्चों के भविष्य को अंधकार में धकेलने का काम कर रहे हैं। आखिर इन स्कूल माफियों पर खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय स्तर से कोई कार्यवाही क्यों नहीं की जाती, यह एक सबसे बड़ा सवाल बना हुआ है।
शिकंजा कसने में शिक्षा विभाग नाकाम, कुछ इस प्रकार हैं गैरमान्यता प्राप्त स्कूलों की सूची
यूं तो सलोन तहसील क्षेत्र में लगभग दो दर्जन से भी अधिक गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों का मकड़जाल फैला हुआ हैं किंतु अगर बात सलोन ब्लाक क्षेत्र की करें तो कस्बे से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक कई ऐसे विद्यालय हैं जो सरकारी मशीनरी से सांठगांठ कर खुल्लमखुल्ला स्कूल के नाम पर दुकान चला रहे हैं। जानकारों की मानें तो सलोन कस्बे के ही अल्फा कान्वेंट स्कूल जिसकी मान्यता प्राइमरी तक है और हाईस्कूल तक विद्यालय संचालित है।
वहीं गुड लक पब्लिक स्कूल बिटियन का पुरवा नहर पर ऊसरी सलोन, टाइम्स कान्वेंट स्कूल कटका ऊसर , आदर्श पब्लिक स्कूल पूरे मंशा शुक्ल दुबहन मान्यता जूनियर हाईस्कूल तक की है और कक्षाएं इंटरमीडिएट तक संचालित हैं। वहीं कमालगंज में कृष्णा पब्लिक स्कूल जो पूरी तरह से गैर मान्यता प्राप्त विद्यालय हैं, वहीं सहारा पीडी स्कूल जो सिरसिरा में मौजूद है जिसकी प्राइमरी तक की मान्यता प्राप्त है और इंटरमीडिएट तक की कक्षाएं संचालित है। वहीं करहिया बाजार में डीडी पब्लिक स्कूल संचालित है जो गैर मान्यता के ही स्कूल वर्षों से चल रहा है। वहीं मोद्दीनगर धरई में संचालित सती अनसुईया स्कूल जिसकी मान्यता प्राइमरी तक है और संचालित इंटरमीडिएट तक है।
इसी प्रकार सलोन तहसील क्षेत्र में लगभग 2 दर्जन से अधिक गैर मान्यता प्राप्त विद्यालय हैं जिस पर खंड शिक्षा अधिकारी सलोन द्वारा शिकंजा न कर पाने के कारण हजारों बच्चों का भविष्य अंधकार में पड़ा हुआ है।
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