भाजपा के लिये लकी साबित हुआ झखरा तालाब
भाजपा के लिये लकी साबित हुआ झखरा तालाब
हर चुनाव में झखरा तालाब पर होती है भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की जनसभा
वर्ष 2012 में नितिन गडकरी, 2017 में अमित शाह, 2022 में जेपी नड्डा ने की जनसभाएं, तीनों बार जीती भाजपा
राजेश श्रीवास्तव
अयोध्या। रुदौली क्षेत्र में भेलसर-उमापुर मार्ग पर मत्था नेवादा गांव के पास स्थित झखरा तालाब का मैदान भाजपा के लिए लकी साबित हो रहा है। अब तो इस मैदान पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की जनसभा होना भाजपा की जीत की गारंटी मानी जाने लगी है। विधानसभा क्षेत्र का र्ह्दयस्थल माना जाने वाला बाबा बाजार इलाका भाजपा का गढ़ माना जाता है।
बाबा बाजार से इस मैदान की दूरी महज एक किमी है। ऐसे में यहां पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की जनसभा न केवल भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में माहौल बनाती है बल्कि यहां से सियासी समीकरण भी साधने का प्रयास भाजपाई करते हैं। उसका लाभ चुनाव परिणाम में असर दिखाता है। एक बात और भी यहां पर दीगर है कि सबसे पहली जनसभा राष्ट्रीय अध्यक्ष की होती है। उसके बाद ही अन्य बड़े नेताओं की जनसभाओं की शुरुआत होती है। वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में जब भाजपा ने रामचन्द्र यादव को उम्मीदवार बनाया तब माहौल विपरीत हालातों का था। तब भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में पहली जनसभा करने तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी झखरा तालाब हेलीकाप्टर से पहुंचे।
उस जनसभा का यह असर हुआ कि बेहद नजदीकी मुकाबले में भाजपा उम्मीदवार रामचन्द्र यादव ने 941 वोटों से सपा उम्मीदवार रुश्दी मियां को पराजित किया था। उस वक्त पूरे प्रदेश में सपा की आंधी चली, भगवा दुर्ग अयोध्या में भी भाजपा हार गई थी। वर्ष 2017 में यहां पर भाजपा की तरफ से पहली जनसभा तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह झखरा तालाब पर की। उस जनसभा के बाद माहौल फिर बना और बीजेपी यहां से 31हजार से अधिक मतों से जीती। इस बार वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में भी यहां पर पहली जनसभा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने झखरा तालाब पर की। इस बार बेहद कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद राजनीतिक विश्लेषक लगा रहे थे। सपा से आनंदसेन व बसपा से रुश्दी मियां के चुनाव लड़ने से चुनाव दिलचस्प हो गया था।
लेकिन राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की जनसभा के बाद माहौल फिर बीजेपी के पक्ष में पलटा और बीजेपी उम्मीदवार रामचन्द्र यादव ने इतिहास रचते हुए जिले की सबसे बड़ी जीत 40 हजार से अधिक मतों की दर्ज कराई।मत्था नेवादा के आशीष सिंह व भवानीपुर के सतन तिवारी कहते हैं कि यहां पर बीजेपी की जनसभा कामयाब होते ही यह संदेश चला जाता है कि भाजपा ही जीतेगी। इसका मनोवैज्ञानिक लाभ चुनाव में होता है। राजनीति के जानकार प्रवक्ता बताते हैं कि यह मैदान काफी बड़ा है। यहां की क्षमता लगभग 25 हजार की है। यहां पर उमड़ने वाली भीड़ से पूरे क्षेत्र में एक संदेश चला जाता है। इस बार लोग बीजेपी को कड़े मुकाबले में लोग मान रहे थे लेकिन यहां पर उमड़ी भीड़ ने माहौल को बदल दिया।
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