मध्यान भोजन पर महंगाई की मार, मास्टर साहब पर गुणवत्ता का भार
राजेश श्रीवास्तव
अयोध्या। महंगाई का रोना है गुणवत्ता से समझौता नहीं। स्कूलों में एमडीएम के तहत नौनिहालों के लिए भोजन बनाने में गुरुजी की स्थिति कुछ ऐसी ही है। दाल, तेल, दूध, मसाला और फलों के दाम भले ही बढ़ गए हैं लेकिन परिषदीय विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन के नाम पर मिलने वाली कन्वर्जन कास्ट वर्षों पुरानी है। एमडीएम का बजट कोरोना के बाद से नहीं बढ़ा है। ऐसे में कम बजट में नौनिहालों को गुणवत्ता परक भोजन देना मुश्किल होता जा रहा है।
कन्वर्जन कास्ट नहीं बढ़ने से प्रधानाध्यापकों का बजट बिगड़ रहा है। परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा के साथ प्रतिदिन मेन्यू के हिसाब से भोजन खिलाया जाता है। वर्ष 2019 तक प्राथमिक स्कूल के प्रति बच्चा के लिए 4.48 रुपये और उच्च प्राथमिक स्कूल में 6.70 रुपये कन्वर्जन कास्ट दी जाती थी। वर्ष 2020 में इसे बढ़ाते हुए प्राथमिक के 4.97 रुपये व उच्च प्राथमिक बच्चों के लिए 7.45 रुपये कर दिया गया।
2 साल से कन्वर्जन कास्ट नहीं बढ़ाई गई जबकि तेल, मसाले सहित खाद्य पदार्थों के दाम काफी बढ़ गए हैं। घरेलू गैस सिलेंडर का दाम भी काफी बढ़ गया है। इससे स्कूलों के गुरुजी के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। प्रधानाध्यापकों का कहना है कि कन्वर्जन कास्ट नहीं बढ़ने के कारण गुणवत्ता पर असर पड़ रहा है।
कन्वर्जन कास्ट बढ़ाया गया है लेकिन अभी अमल में नहीं आया है। इसमें थोड़ा समय लगेगा। पुराने रेट पर ही भुगतान किया जा रहा है। सभी प्रधानाध्यापकों को गुणवत्तापूर्ण भोजन देने के निर्देश दिए गए हैं। इसमें किसी प्रकार का समझौता नहीं होगा।
—संतोष कुमार राय जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अयोध्या
खाद्य पदार्थों की कीमतें
वर्ष 2020—वर्ष 2022
सरसों तेल 120—190
हल्दी 85—120
काली मिर्च 400—650
मिर्चा 120—220
धनिया 80—130
जीरा 160—265
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