हिस्ट्रीशीटर, माफिया, बाहुबली… MLC चुनाव में इन पांच नेताओं की खूब हो रही चर्चा, जानिए कौन है

हिस्ट्रीशीटर, माफिया, बाहुबली… MLC चुनाव में इन पांच नेताओं की खूब हो रही चर्चा, जानिए कौन है

उत्तर प्रदेश विधान परिषद के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के पूर्व एमएलसी और हिस्ट्रीशीटर विनीत सिंह उर्फ ​​श्याम नारायण सिंह पर दांव लगाया है. बीजेपी ने माफिया धनंजय सिंह के करीबी माने जाने वाले बृजेश सिंह उर्फ प्रियांशु को भी कैंडिडेट बनाया है. इस तरह से एमएलसी चुनाव में कई बाहुबली नेताओं की साख दांव पर लगी है जिसमें विनीत सिंह ही नहीं बल्कि निर्दलीय चुनाव लड़ रहे माफिया बृजेश सिंह से लेकर रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के करीबी अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपाल भैया और चंचल सिंह जैसे नेता भी शामिल हैं.

बाहुबली विनीत सिंह पर बीजेपी का दांव
बीजेपी ने विनीत सिंह को मिर्जापुर-सोनभद्र स्थानीय निकाय निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में उतारा है. विनीत सिंह के खिलाफ कई आपराधिक मामले लंबित हैं और वे वाराणसी जिले के चोलापुर थाने के रिकॉर्ड के मुताबिक हिस्ट्रीशीटर हैं. सूबे में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद ही 2017 में विनीत सिंह बीजेपी के करीब आए थे और 2019 के लोकसभा चुनाव के समय पार्टी का दामन थाम लिया था. विनीत सिंह एक समय माफिया से नेता बने बृजेश सिंह के कट्टर विरोधी माने जाते थे
गौरतलब है कि 2010 में विनीत सिंह मिर्जापुर जिले से बसपा के टिकट पर एमएलसी चुने गए थे. अपहरण के मामले में रांची जेल में बंद रहने के दौरान उन्होंने चंदौली की सैयदराजा सीट से बसपा के टिकट पर 2017 का विधानसभा चुनाव लड़ा था. इसमें वे 65000  वोट पाने के बाद भी बीजेपी प्रत्याशी से पराजित हो गए थे. इतना ही नहीं साल 2011 और 2016 में विनीत सिंह अपनी पत्नी को मिर्जापुर से जिला पंचायत अध्यक्ष बनवाने में कामयाब रहे जबकि 2021 में बीजेपी के टिकट पर विनीत सिंह खुद जिला पंचायत अध्यक्ष चुने गए और अब एमएलसी के लिए चुनावी मैदान में है.
धनजंय सिंह के करीबी बृजेश सिंह प्रियांशु
जौनपुर स्थानीय निकाय की विधान परिषद सीट पर बीजेपी ने बसपा के एमएलसी बृजेश सिंह ‘प्रियांशु’ को मैदान में उतारा है जो बाहुबली नेता धनंजय सिंह के करीबी और राइट हैंड माने जाते हैं. बृजेश सिंह ने 2016 में बसपा के टिकट पर जीत दर्ज की थी, लेकिन विधानसभा चुनाव से पहले बसपा छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था. हालांकि, धनंजय सिंह की सीधे तौर पर बीजेपी में एंट्री अभी तक नहीं हो पाई है.
जौनपुर जिले की मल्हानी विधानसभा सीट से धनंजय सिंह ने जेडीयू उम्मीदवार के रूप में विधानसभा चुनाव लड़ा था लेकिन सपा के लकी यादव से हार गए थे. हालांकि, बीजेपी चौथे नंबर पर रही थी और धनंजय सिंह दूसरे नंबर पर. धनंजय जौनपुर से सांसद रह चुके हैं और निर्दलीय से लेकर बसपा तक से विधायक रहे हैं. मौजूदा समय में धनंजय सिंह की पत्नी जौनपुर की जिला पंचायत अध्यक्ष हैं और अब वे अपने करीबी बृजेश सिंह को एमएलसी बनाने की कवायद में जुटे हैं.
माफिया बृजेश सिंह निर्दलीय मैदान में उतरे
वाराणसी स्थानीय निकाय विधान परिषद सीट से जेल में बंद माफिया बृजेश सिंह निर्दलीय चुनाव मैदान में किस्मत आजमा रहे हैं. सपा, बसपा और बीजेपी इन तीनों के शासनकाल में हुए एमएलसी चुनावों में लगातार चार बार से यह सीट कपसेठी हाउस यानी कि बृजेश सिंह और उनके परिवार के कब्जे में रही है. इस बार भी बृजेश के साथ उनकी पत्‍नी अन्‍नपूर्णा सिंह भी एमएलसी चुनाव के लिए मैदान में हैं, जिनमें से कोई एक चुनाव लड़ेगा.

बृजेश सिंह की पत्नी से लेकर भाई उदयभान उर्फ चुलबुल सिंह भी दो बार एमएलसी रह चुके हैं. 2016 के एमएलसी चुनाव में बृजेश सिंह पहली बार चुनावी मैदान में उतरे थे और सपा की दमदार प्रत्याशी मीना सिंह को रिकॉर्ड मतों से हराया था. इस बार एमएलसी चुनाव में बीजेपी और सपा दोनों ने ही माफिया बृजेश सिंह के खिलाफ अपने-अपने प्रत्याशी उतारे हैं. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि चुनावी बाजी कौन जीतता है.

बाहुबली राजा भैया के करीबी अक्षय प्रताप सिंह
प्रतापगढ़ की विधान परिषद सीट से कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के करीबी अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपाल भैया जनसत्ता पार्टी से चुनाव मैदान में उतरे हैं. हालांकि, फर्जी पते पर रिवॉल्वर का लाइसेंस लेने के आरोप में अक्षय प्रताप सिंह को कोर्ट दोषी करार दे चुका है जिसके वे जेल में हैं. अक्षय प्रताप सिंह पर हत्या से लेकर आपहरण और मारपीट तक के केस लंबित हैं. बाहुबली नेताओं में गिने जाने वाले अक्षय प्रताप प्रतापगढ़ सीट से तीन बार एमएलसी रह चुके हैं. वे 2016 में सपा के टिकट पर निर्विरोध चुने गए थे. इस बार सपा और बीजेपी दोनों ने ही कैंडिडेट उतार रखे हैं, जिसके चलते उनकी चुनावी चुनौती बढ़ गई है.

गाजीपुर में चंचल सिंह की साख दांव पर

गाजीपुर से एमएलसी विशाल सिंह चंचल बीजेपी के टिकट पर स्थानीय निकाय सीट से चुनाव मैदान में उतरे हैं. विशाल सिंह चंचल की आपराधिक पृष्ठभूमि नहीं है लेकिन जिले की सियासत में उनकी तूती बोलती है. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर खुलकर चंचल सिंह को बाहुबली और योगी का करीबी बताते हैं. पूर्वांचल के प्रभावशाली ठाकुर नेताओं में उनकी गिनती होती है. ऐसे में इस बार उनकी साख दांव पर लगी है. इस सीट से सपा ने ब्राह्मण कैंडिडेट उतारा है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Read More

Recent