मां और भाई को घर से निकाला, पुलिस और तहसील प्रशासन पर संरक्षण का लगा आरोप
संदीप पाण्डेय
ऊंचाहार, रायबरेली। जब प्रशासन ही अवैध कब्जा करने वालों को संरक्षण दे रहा हो तो कोई कर भी क्या सकता है। बता दें कि ऊंचाहार क्षेत्र के निरंजनपुर गांव निवासी माया देवी और उसके छोटे बेटे अरविंद का आरोप है कि ऊंचाहार पुलिस और तहसील प्रशासन उसके भाई (जोकि वर्तमान प्रधान का पति है) उसको अपना संरक्षण देकर पैतृक संपत्ति पर जबरन कब्जा करने में सहयोग कर रहा है।
मामला ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र के खुर्रुमपुर ग्राम सभा का है। खुर्रमपुर ग्राम सभा के प्रधान निर्मला देवी के पति शिवकुमार जिसे ऊंचाहार की पुलिस और तहसील प्रशासन का संरक्षण प्राप्त है। वह अपनी मां और सगे भाई को दबंगई के बल पर घर से बाहर कर दिया है और पैतृक संपत्ति पर केवल और केवल अपना कब्जा जताना चाह रहा है और उस पर निर्माण भी शुरू कर दिया है।
गौरतलब तो यह है कि पीड़िता माया देवी और उसके बेटे अरविंद ने बताया कि डायल 112 पर सूचना देकर बुलाया गया और समस्या बताई तो पुलिस ने प्रार्थी पर ही दबाव बनाना शुरू कर दिया। जैसे पुलिस निर्माणाधीन मकान के पास से हटी वैसे प्रधान पति ने दबंगई के बल पर पुनः निर्माण कार्य शुरू कर दिया।
पीड़ित ने तहसील दिवस पर भी उच्चाधिकारियों को प्रार्थना पत्र दिया परंतु मामले में कोई कार्यवाही नहीं हुई, नतीजा यह निकला कि आज भी प्रधान पति पैतृक संपत्ति पर अकेला कब्जा कर निर्माण कर रहा है। पीड़ितों का ही आरोप है कि स्थानीय पुलिस और प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। जिससे की मां और बेटे दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं, उनका आरोप है कि पुलिस प्रशासन किसी भी प्रकार से उनकी मदद नहीं कर रहा है।
मामले को संज्ञान में लिया गया है : एसडीएम
उक्त मामले के संबंध में जब ऊंचाहार उप जिलाधिकारी आशीष मिश्रा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि तहसील दिवस पर प्रार्थना पत्र को संज्ञान में लिया गया था और निर्माण को तत्काल प्रभाव से रोकने के लिए स्थानीय पुलिस को निर्देशित किया गया।
मौके पर जाकर मकान का निर्माण कार्य रुकवाया जायेगा: बालेंदु गौतम
वहीं जब ऊंचाहार कोतवाल बालेंदु गौतम से फोन पर बात की गई तो उन्होंने उक्त मामले पर विचार करने को कहा और मौके पर जाकर मकान का निर्माण कार्य रोककर न्याय दिलाने की बात कही।
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