रायबरेली की कानून व्यवस्था हुई ध्वस्त, अलग-अलग थाना क्षेत्रों में मिले चार शव
महराजगंज, सलोन, खीरों सहित मिल एरिया थाना क्षेत्रों में चरमराई कानून व्यवस्था
अनुभव शुक्ला
रायबरेली। लोकसभा चुनाव को लेकर भले ही पुलिस महात्मा दिन-रात संदिग्धों पर नजर बनाए रखे हुए हैं किंतु सड़क चौराहों व जिले की सीमाओं को छोड़कर इसी चुनावी मौसम में ग्रामीण क्षेत्रों के गलियारों में जरायम कि दुनिया में जीने वाले टुटपुंजिया किस्म के अपराधी मामूली बातों पर खून ख़राबों पर उतारू हो रहे हैं। यूं तो जिले में अपराधिक घटनाएं आम बात हो चुकी हैं किंतु तेजस टूडे की टीम महज बुधवार के दिन की ही पड़ताल में जिले की बिगड़ती कानून व्यवस्था को आइना दिखा रही है। जी हां, जिले में मारपीट की आधा दर्जन घटनाओं को छोड़कर जिले के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में चार शवों के मिलने से कानून व्यवस्था एक बार फिर से धड़ाम हुई है।
पहला मामला महाराजगंज थाना क्षेत्र के पूरे सुखी गांव का है जहां कुएं के अंदर लापता अंधेड का संदिग्ध परिस्थितियों में शव बरामद हुआ है। दूसरा मामला खीरों थाना क्षेत्र के गहरा खेड़ा मजरे धुराई गांव का है जहां गांव से बाहर गमछे के सहारे बबूल के पेड़ पर लापता अधेड़ का शव मिला है। तीसरा मामला सलोन थाना क्षेत्र का है जहां बड़बोले इंस्पेक्टर जीतेंद्र प्रताप सिंह से थाना की कमान नहीं सम्भल पा रही है। सलोन कोतवाली क्षेत्र के बघौला गांव में बारात घर के अंदर संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी से लटकता हुआ युवक का शव मिला है। मृतक का नाम गोविंद 21 वर्ष पुत्र श्याम लाल है। युवक के शव मिलने से क्षेत्र में मचा हड़कंप मचा हुआ है। वहीं मिल एरिया थाना क्षेत्र के सर्वोदय नगर रेलवे लाइन पर भी एक शव बरामद हुआ है। इन चारों शवों में से किसी का भी अब तक जिले की पुलिस खुलासा नहीं कर पाई है। पुलिस की लचर कार्यशैली से जनपद में डर व दहशत का माहौल बनता जा रहा है। अब देखना यह है कि इन हत्यारों तक खाकी के हांथ पहुंचते हैं या फिर जांच की आंच में मामले का निपटारा कर दिया जायेगा, यह तो आने वाला समय ही बताएगा।
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