नकल पर नकेल: बाबा रामदास कालेज के प्रधानाध्यापक को केन्द्र से किया गया निष्कासित
केन्द्र व्यवस्थापक बन नकलविहीन परीक्षा में लगा रहे थे सेंध, दूसरे को सौंपा गया जिम्मा अनियमितता की जानकारी मिलते ही डीआईओएस ने लिया एक्शन
अनुभव शुक्ला
सलोन, रायबरेली। जिला प्रशासन ने भले ही नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए बनाए गए केंद्रों को सीसीटीवी कैमरे से लैस कर दिया हो किंतु विद्यालय के जिम्मेदार ही विभीषण बनकर नकलविहीन परीक्षा में सेंध लगा रहे हैं।
सुविधा शुल्क के रूप में धन उगाही करने वाले विद्यालय के जिम्मेदार नकल कराने की धुन में तीसरी आंख (सीसीटीवी कैमरे) को भी चकमा देने से नहीं चूकते हैं।
ताजा मामला जिले के ही सलोन तहसील क्षेत्र स्थित डीह ब्लॉक के बाबा रामदास इंटर कॉलेज मधुकरपुर का है जहां चुस्त-दुरुस्त नकल विहीन परीक्षा की सुरक्षा व्यवस्था को चकमा देकर विद्यालय के प्रधानाध्यापक केंद्र व्यवस्थापक से विभीषण बन बैठा और गुप-चुप तरीके से परीक्षा दे रहे छात्र-छात्राओं को नकल करवा रहा था। वहीं रिपोर्टिंग में देरी सीसीटीवी कैमरों में अनियमितता की भनक लगते ही डीआईओएस ओमकार राणा ने तत्काल प्रभाव से केंद्र व्यवस्थापक को सेंटर से बाहर का रास्ता दिखा दिया। वहीं दूसरे केंद्र प्रभारी को जिम्मेदारी सौंप दी है।
यदि सूत्रों की मानें तो अब भी स्कूल के कुछ अन्य जिम्मेदार नकलविहीन परीक्षा में सेंध लगा रहे हैं जिसकी भनक लगते ही एक जागरूक ग्रामीण ने मुख्यमंत्री व डीएम को शिकायती पत्र सौंप गुप-चुप तरीके से पुनः परीक्षा केंद्र की जांच करते हुए प्रभावी कार्यवाही की मांग किया है। हो कुछ भी किंतु विद्यालय के जिम्मेदार ही बेखौफ ढंग से नकल माफिया की भूमिका अदा कर सरकार की मंशा पर पानी फेरने का काम कर रहे हैं।
अनियमितता की सूचना पर किया गया निष्कासित: डीआईओएस
इस बाबत डीआईओएस ओमकार राणा ने बताया कि परीक्षा केंद्र में लापरवाही व अनियमितता की सूचना सही मिलने पर केंद्र से बाहर का रास्ता दिखाया गया है। वहीं दूसरे केंद्र व्यवस्थापक को जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिले में कुल 118 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। 7 जोन व 20 सेक्टर में जिले को बांटा गया है। वहीं 7 उड़न दस्ता भी लगाया गया है। यदि किसी केंद्र पर अनियमितता पाई गई तो तत्काल कार्यवाही की जायेगी।
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