श्रीमद्भागवत कथा के समापन पर भण्डारीे का हुआ आयोजन
श्रीमद्भागवत कथा के समापन पर भण्डारीे का हुआ आयोजन
राजन प्रजापति
महराजगंज, रायबरेली। श्रीमद्भागवत कथा संपन्न होने के बाद विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। बता दें कि क्षेत्र के सेमराहा गांव में आयोजक दयाशंकर अवस्थी ने भोजन के बाद ब्राह्मणों को वस्त्र व दक्षिणा भेंट किया जिसमें कथावाचक ने श्रद्धालुओं को बताया कि सभी लोग इंद्रियों के वश में हैं और इसके जाल में फंसकर लगातार पाप किए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि सभी को अपने गुनाहों का भी पता नहीं चल रहा है। मानव केवल माया के पीछे भागा जा रहा है। उसको अपने अच्छे व बुरे कर्मों के बारे में पता ही नहीं चल रहा है जिस प्रकार एक छोटा सा बीज एक दिन विशालकाय पेड़ बन जाता है। उसी प्रकार छोटा सा पाप एक दिन अनर्थ कर सकता है, इसलिए हमेशा संतों का संग करो। संतों के संग से हमेशा जीवन जीने की सही राह मिलती है।
उन्होंने कहा कि यह कभी सोच में नहीं लाना कि काम, क्रोध और मोह का क्षणिक आवेश क्या बिगाड़ सकता है, इनसे सदा सावधान रहने की जरूरत है, क्योंकि जरा सी असावधानी विनाश को शीघ्र बुला सकती है। 84 लाख योनियों के बाद जो मानव जन्म मिला है। इसे ही अंतिम जन्म समझना चाहिए और अपने परमात्मा की भक्ति करते हुए जीवन व्यतीत करना चाहिए।
इस दौरान लगातार 7 दिनों तक श्रीमद्भागवत कथा चलती रही और कथा संपन्न होने के बाद विशाल भंडारा का आयोजन भी किया गया। जिसमें हजारों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
इस अवसर पर पूर्व ब्लाक प्रमुख सत्येन्द्र प्रताप सिंह, पूर्व विधायक राजाराम त्यागी, चेयरमैन प्रतिनिधि प्रभात साहू, प्रधान संघ अध्यक्ष अरुण सिंह, डब्बू सिंह प्रधान, राजकुमार सिंह उर्फ मोंगा, जनमेजय सिंह, विनोद अवस्थी, डाo दुष्यंत सिंह नेत्र रोग विशेषज्ञ, सूर्य प्रकाश वर्मा सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
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