टूंडला क्षेत्र में रोगों से मुक्ति के लिये की गयी आमलकी एकादशी पूजन
परिवार की खुशहाली की ईश्वर से हुई प्रार्थना
अजय मिश्रा
टूंडला, फिरोजाबाद। आमलकी एकादशी पर महिला और पुरुषों ने सोमवार को व्रत रखकर भगवान विष्णु की आराधना की। महिलाओं ने आंवला के पेड़ से धागा लपेटकर परिवार के निरोगी रहने की कामना की। आमलिका एकादशी को लेकर सोमवार को नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में पूजा अर्चना की गई। महिलाओं ने व्रत रखते हुए आंवला के वृक्ष को रक्षा सूत्र कलावा बांधकर परिक्रमा लगाई।
महिलाओं ने भगवान विष्णु की आराधना करते हुए परिवार की खुशहाली और निरोगी रहने की कामना की। आचार्य मुकेश त्रिपाठी ने बताया कि फाल्गुन मास की आमलकी एकादशी का महत्व सभी एकादशियों में महत्वपूर्ण माना जाता है। इस व्रत से पित्र व पूर्वज कुयोनि से बैंकुठ को प्राप्त होते हैं। एकादशियों का महत्व स्कंद पुराण में बताया गया है। इस व्रत के रखने से परिवार निरोगी रहता है।
ऐसी महिलाएं जिनके संतान नहीं होती हैं, उन्हें संतान की प्राप्ति होती है। एकादशी पर भगवान विष्णु की आराधना होती है। भगवान धन धान्य, खुशहाली देने का नाम करते हैं। व्रती श्रद्धालु वीना शर्मा ने बताया कि इस एकादशी पर आंवला के पेड़ की पूजा अर्चना की जाती है। पेड़ से मन्नत का धागा बांधकर कुछ भी मांगों तो भगवान विष्णु उसकी इच्छा पूरी करते हैं। पूजा अर्चना करने वालों में रेखा उपाध्याय, रजनी उपाध्याय, दीपा कौशिक, हेमा कौशिक, आनंदी दीक्षित आदि की उपस्थिति रहीं।
आधुनिक तकनीक से करायें प्रचार, बिजनेस बढ़ाने पर करें विचार हमारे न्यूज पोर्टल पर करायें सस्ते दर पर प्रचार प्रसार।