लाभार्थियों को बांटे गये 113 लाख रूपये के ऋण प्रमाण पत्र
लाभार्थियों को बांटे गये 113 लाख रूपये के ऋण प्रमाण पत्र
अंकित सक्सेना
बदायूं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ से ’वृहद ऋण मेला’ के अंतर्गत 1.90 लाख हस्तशिल्पियों, कारीगरों एवं छोटे उद्यमियों को 16,000 करोड़ रुपए का ऋण वितरण और ’वार्षिक ऋण योजना’ का शुभारंभ किया। सीएम योगी ने सूक्ष्म और लघु उद्यम व्यापारियों को 16 हजार करोड़ रुपए के ऋण बांटे तथा लाभार्थियों से वीजुअल संवाद कर उनके कारोबार के बारे में वार्ता की। मुख्यमंत्री ने बड़ा ऐलान करते हुये कहा कि हम जल्दी ही हर परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी, रोजगार, स्वतः रोजगार को जोड़ने की कार्ययोजना लेकर आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि 2017 के पहले एमएसएमई क्षेत्र पूरी तरह खत्म हो गया था लेकिन 2017 में जब हम आये तो हमारे सामने चुनौती थी, देश की सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य में युवाओं के स्वावलंबन का विषय बहुत महत्वपूर्ण था, पहले की सरकारें केंद्र की योजनाओं में कोई रुचि नही लेती थीं। 2017 में हमने आने के बाद एक जनपद एक उत्पाद की कार्ययोजना बनाकर काम शुरू किया। आज 1 लाख 56 हजार करोड़ के प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट हो रहे हैं। हस्तशिल्पी और कारीगरों ने अपने कौशल का परिचय दिया और बैंकर्स ने सहयोग किया। हमने बेरोजगारी दर को 3 फीसदी कम किया है। इसी क्रम में जनपद बदायूँ में एनआईसी में कार्यक्रम आयोजित हुआ, मुख्य विकास अधिकारी ऋषिराज ने एलडीएम श्याम पासवान, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी राजेश शर्मा के साथ जिला उद्योग प्रोत्साहन एवं उद्यमिता विकास केन्द्र 08 लाभार्थियों को कुल 87 लाख रुपए का ऋण जिसमें प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के अन्तर्गत जाने आलम एवं बलविन्दर को 10-10 लाख रुपए, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत दानिश को 20 लाख रुपए, मु0 शादाब को 10 लाख रुपए, शहजाद खाँ को 07 लाख रुपए, एक जनपद एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना के अन्तर्गत नेहा खन्ना को 05 लाख रुपए, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के अन्तर्गत मै0 आर0के0 ट्रेडर्स को 10 लाख रुपए के ऋण प्रमाण वितरित हुए।
इसके अलावा खादी ग्रामोद्योग के 06 लाभार्थियों को 26 लाख रुपए का ऋण प्रमाण पत्र दिए गये जिसमें माटीकला उत्पाद के लिए रामदास को 02 लाख रुपए एवं श्रीकष्ण को एक लाख तथा मोबाइल रिपेरिंग के लिए राजकुमार को 03 लाख एवं संतवीर को एक लाख रुपए के ऋण के प्रमाण पत्र वितरित किए। कार्यक्रम में कुल 14 लाभार्थियों को कुल 113 लाख रुपए के ऋण प्रमाण पत्र वितरित किए गए। सीडीओ ने कहा कि इस ऋण से लाभार्थियों को उनके कारोबार में मदद मिलेगी, कारोबार में आढ़े आ रहे आर्थिक संकट से ऋण सहुलत देगा, जो लाभार्थियों पर बोझ नहीं होगा। लाभार्थी अब अपने काम में पहले से ज्यादा मुनाफा कमाएंगे, जिससे परिवार आर्थिक स्थिति पहले बेहतर होगी। सरकार विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लाभार्थियां को ऋण उपलब्ध करा रही है जिससे पात्रों को समय से इसका लाभ मिल सके। इस अवसर पर प्रभारी उपायुक्त उद्योग दुर्गेश कुमार, अपर सांख्यिकीय अधिकारी मयंक त्रिपाठी, जिला उद्योग केन्द्र के वरिष्ठ सहायक वीरेन्द्र कुमार, जिला ग्रामोद्योग अधिकारी कमलेश कुमार, जिला ग्रामोद्योग कार्यालय के वरिष्ठ सहायक मोहित कुमार मौजूद रहे।
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