एम्बुलेंस न मिलने पर पिता को ठेलिया से ले गया अस्पताल
2 घण्टे किया फोन, नहीं मिला कोई जवाब
वीडियो वायरल होने पर स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कम्प
अनुभव शुक्ला/संदीप पाण्डेय
रायबरेली। डिप्टी सीएम व स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक द्वारा जहां स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को बेहतर करने का प्रयास जारी है लेकिन ये तो रायबरेली हैं। यहां सरकारी योजनाएं बद से बदतर होती जा रही है। छपी हुई इस तस्वीर को गौर से देखिये, ये बेटा सरकारी सिस्टम से इस कदर हारा की एम्बुलेंस न मिलने पर इसे मजबूरन ठेलिया पर ही अपने बुजुर्ग पिता को लादकर अस्पताल ले जाना पड़ा। सरकार द्वारा चलाई गई एम्बुलेंस सेवा फोन करने पर भी मरीज को लेने घंटो तक नहीं पहुंचती है। यहां के एक गांव में एक बुजुर्ग की तबीयत अचानक खराब हो गई, बेटे ने एंबुलेंस को फोन किया लेकिन 2 घंटे तक एंबुलेंस नहीं पहुंची। इसके बाद बेटा अपने पिता को साइकिल ठेले पर रखकर चिलचिलाती धूप में 8 किलोमीटर दूर अस्पताल लेकर गया।
जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था इतनी लचर हो चुकी है कि फोन किया तो एम्बुलेंस चालक ने जवाब तक नहीं दिया। जिले के शिवगढ़ ब्लाक के रायपुर ग्राम सभा के रहने वाले नंदू लाल के पिता रामखेलावन की अचानक तबियत खराब हो गई। नन्दू का कहना है कि उनके पिता की तबियत आए दिन खराब ही रहती है। बुधवार को ज्यादा खराब हो गई तो युवक ने पहले करीब 2 घंटे तक एंबुलेंस का इंतजार किया कई बार फोन किया लेकिन एंबुलेंस नहीं आई तो वह ठेले पर रखकर ही अपने पिता को अस्पताल ले जाने को मजबूर हो गया।
चोट लगने से नन्दू का पिता चलने में है असमर्थ
इलाज के लिये अपने पिता को ठेले पर अस्पताल ले जाने वाले नन्दू ने बताया कि उसके पिताजी कुछ दिन पहले गिर गए थे जिसके चलते उनकी हालत गंभीर रहती है, चल नहीं पाते हैं इसलिए इलाज के लिए आए दिन अस्पताल लाना पड़ता हैं। फोन करने के बाद भी जब एम्बुलेंस नहीं आयी तो मजबूरी में ठेले पर ही लादकर अपने पिता को अस्पताल लाना पड़ा।
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