विधानसभा में हंगामा करने पर 12 भाजपा विधायक एक साल के लिए निलंबित
मुंबई (पीएमए)। महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष ने विधानसभा सत्र के दौरान सदन में हंगामा करने के आरोप में सोमवाक को भाजपा के 12 विधायकों को एक साल के लिए निलंबित कर दिया है। ये विधायक कई मामलों पर विधानसभा में हंगामा कर रहे थे। महाराष्ट्र विधानसभा का दो दिवसीय मॉनसून सत्र सोमवार से शुरू हुआ है। सत्र की शुरुआत में ही भाजपा विधायक ओबीसी आरक्षण, महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग और कृषि मुद्दों को लेकर हाथों में बैनर थामे हुए महाराष्ट्र विधानसभा के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। विधानसभा सत्र बिना शोर शराब के बीत जाए इसके लिए शिवसेना भाजपा की मान मनौव्वल करने में लगी हुई थी।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने रविवार को अपने एक बयान में कहा था कि विपक्षी दल भाजपा अगर महाराष्ट्र के लोगों का हित के बारे में सोचता है तो उसे मानसून सत्र में किसी प्रकार का व्यवधान पैदा नहीं करना इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए संजय राउत बोले,‘ हल्ला-हंगामा कर सरकार को घेरना सही नहीं है। ऐसा करने से टीकाकरण, कोविड-19, बेरोजगारी और अर्थव्यवस्था की समस्याएं नहीं सुलझ पाएंगी। संजय राउत का कहना था कि महाराष्ट्र सरकार के पास चर्चा के लिए कई प्रकार के मुद्दे और जनता की कई समस्याएं हैं। भाजपा अगर राज्य के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध महसूस करती है तो वह विधानसभा सत्र बिना किसी रुकावट के चलने देगी। राज्य के लोग भी यही चाहते हैं कि दो दिन का ये सत्र बिना किसी शोर-शराबे के संपन्न हो जाए। इस मानसून सत्र में महा विकास अघाडी सरकार 3 प्रस्ताव लाने की तैयारी में है।
महाराष्ट्र के मंत्री नितिन राउत ने आज से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र में पेश होने वाले प्रस्ताव की जानकारी देते हुए कहा कि हम केंद्र को ओबीसी आरक्षण के लिए एकत्र किए गए आंकड़ों को राज्यों को उपलब्ध कराने की मांग करेंगे। यह आंकड़ें अभी तक राज्यों को नहीं दिये गए हैं। जब तक हम इसे प्राप्त नहीं कर लेते और इसे सुप्रीम कोर्ट को जमा नहीं करवाते तक तक हमें ओबीसी आरक्षण नहीं मिल सकता। नितिन राउत ने कहा हमारे किसान कठिन परिस्थितियों में दिल्ली में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, कुछ को कोरोना हो गया था, कुछ की मृत्यु भी हो गई थी। हम किसानों के हित के लिए प्रतिबद्ध हैं और इस पर सदन में प्रस्ताव लाएंगे।