मैं चाहे ये करुं मैं चाहे वो करू मेरी मर्जी: एसडीएम | #TejasToday
अनिल विश्वकर्मा
जौनपुर। कोरोना संक्रमण काल में एसडीएम मड़ियाहूं का पीड़िता के साथ बातचीत का एक आडियो वायरल हुआ है। इसमें उन्होंने कहा है कि न्यायालय मेरा है मेरी मर्जी जो चाहे करूं।
मामला मड़ियाहूं तहसील क्षेत्र के रजमलपुर गांव का है। उपजिलाधिकारी न्यायालय में बृजलाल बनाम गांवसभा, जिसमें दो भाइयों राम उजागीर पाल व बृजलाल के बीच जमीन के बंटवारे का मुकदमा चल रहा था। आरोप है कि इसमें वादी को यथास्थिति कायम रखने का आदेश पारित हुआ था, लेकिन प्रतिवादी जबरदस्ती मकान निर्माण कर रहा था। जब मुकदमा वादी की पत्नी ने एसडीएम मड़ियाहूं को टेलीफोन पर जानकारी दी तो एसडीएम ने पीड़िता से कहा कि स्थगनादेश खारिज कर दिया गया है, मकान बनेगा। वादिनी ने कहा कि लाकडाउन के दौरान जब न्यायालय नहीं चल रहा है तो हमारा स्थगन आदेश कैसे खारिज कर दिया। इस पर एसडीएम ने कहा कि न्यायालय मेरा है, मैं चाहे जो करूं, तुमसे क्या मतलब है। इस वायरल आडियो के बारे में जब उपजिलाधिकारी मड़ियाहूं मंगलेश दुबे से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आप से क्या मतलब है। न्यायालय मेरा है, मैंने स्थगन आदेश खारिज कर दिया है। इससे किसी का कोई लेना-देना नहीं है।